नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब है. दिल्ली में प्रदूषण अब सीवियर केटेगरी में पुहंच रहा है. प्रदूषण की स्तिथि में ज़्यादातर इलाक़ो में सुबह सवेरे स्मॉग है, जिस से विजिबिलिटी भी कम हो रही है.
दिल्ली के अलग अलग इलाकों की बात करें तो प्रदूषण का स्तर आनंद विहार- 361, अलीपुर – 382, रोहिणी- 344, आरके पुरम- 314, विवेक विहार- 361, ओखला चरण 2- 309 सोनिया विहार- 362 और द्वारका सेक्टर 8 में 302 दर्ज किया गया.
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है.
दिल्ली के प्रदूषण में पराली का हिस्सा 40 प्रतिशत
दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी रविवार को बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई. यह इस मौसम में सबसे ज्यादा स्तर है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने बताया कि शनिवार को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पराली जलाने की 3216 घटनाएं देखी गईं.
दिल्ली के ‘पीएम 2.5’ प्रदूषण में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी रविवार को बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई. यह इस मौसम में सबसे ज्यादा है. यह शनिवार को 32 प्रतिशत, शुक्रवार को 19 फीसदी और बृहस्पतिवार को 36 प्रतिशत थी.