ICICI बैंक का शुद्ध लाभ 30 सितंबर को खत्म तिमाही में एकल आधार पर 4,251 करोड़ रुपये के साथ छह गुना से ज्यादा बढ़ा. बैंक ने साल 2019-20 की इसी तिमाही में 655 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था. निजी क्षेत्र के इस बैंक ने शेयर बाजार को शनिवार को सूचना दी कि समीक्षावधि में उसकी एकल आधार पर परिचालन आय 23,650.77 करोड़ रुपये रही. पिछले साल इसी तिमाही में यह 22,759.52 करोड़ रुपये थी.
बैंक का NPA कितना रहा ?
इसी तरह बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) की स्थिति में भी सुधार दर्ज किया. बैंक का सकल एनपीए इस दौरान सकल ऋण का 5.17 फीसदी यानी 38,989.19 करोड़ रुपये रहा. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 5.37 फीसदी यानी 45,638.79 करोड़ रुपये था. बैंक का शुद्ध एनपीए समीक्षावधि में उसके शुद्ध ऋण का एक प्रतिशत यानी 7,187.51 करोड़ रुपये रहा.पिछले साल इसी अवधि में यह 1.60 प्रतिशत यानी 10,916.40 करोड़ रुपये था.
एकीकृत आधार पर लाभ चार गुना बढ़ा
एकीकृत आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ समीक्षावधि में चार गुना बढ़कर 4,882 करोड़ रुपये रहा. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 1,131 करोड़ रुपये था. इस दौरान बैंक की एकीकृत आय 39,321.42 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल इसी अवधि में 37,424.78 करोड़ रुपये थी.
बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 2,995.27 करोड़ रुपये रहा. इससे पिछले साल इसी अवधि में यह 2,506.87 करोड़ रुपये था. बैंक ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में कोविड-19 से संबंधित प्रावधानों पर 8,772 करोड़ रुपये का पूंजी खर्च दिखाया है.
बता दें कि ICICI बैंक का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) का एकल शुद्ध लाभ 36 प्रतिशत बढ़कर 2,599 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा था कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 26,066 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 21,405.50 करोड़ रुपये थी.