भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद से अधिक तेजी से पटरी पर लौट रही है. इसकी वजह है कि कोविड19 के कारण समाज के सभी तबकों और सभी आर्थिक क्षेत्रों के सामने पैदा हुई समस्याओं को दूर करने में समय से लॉकडाउन और सरकार द्वारा किए गए कई विभिन्न राहत उपायों ने मदद की है. यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने कही है.
पीएम मोदी ने यह भी विश्वास जताया है कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य 2024 तक हासिल कर लिया जाएगा. उनका कहना है कि संकट ने सरकार को उन सुधारों को अमल में लाने का मौका दिया, जिनका दशकों से इंतजार किया जा रहा था लेकिन किसी ने इससे पहले पहल नहीं की.
इकोनॉमिक टाइम्स में गुरुवार को छपे एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा है कि कोयला, कृषि, श्रम, रक्षा, सिविल एविएशन आदि क्षेत्रों में सुधार किए गए. इन सुधारों ने उच्च ग्रोथ की राह पर लौटने में देश की मदद की. पीएम ने कहा कि सरकार ने बेहद शुरुआत में ही अतिसक्रियता से काम करने का फैसला ले लिया था और वक्त से देशव्यापी लॉकडाउन लगा दिया. हमने न केवल सही वक्त पर लॉकडाउन लगाया, बल्कि सही से अनलॉक प्रक्रिया भी शुरू की और अब हमारी अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा ट्रैक पर लौट रहा है. अगस्त और सितंबर के आंकड़े इसकी ओर इशारा करते हैं.
हर भारतीय का होगा टीकाकरण
कोविड19 वैक्सीन पर पीएम मोदी ने कहा कि जब भी वैक्सीन उपलब्ध होगी, हर भारतीय का टीकारण होगा. शुरुआत में फोकस सबसे ज्यादा वंचित और फ्रंटलाइन वर्कर्स की सुरक्षा पर होगा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महामारी से लड़ाई में शांति से बैठ जाने की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए और आगे बढ़ने का एक ही तरीका है कि मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग रखने जैसी एहतियात बरती जाएं.
अर्थव्यवस्था के प्रोत्साहन को होंगे सभी जरूरी उपाय
अर्थव्यवस्था के लिए आगे और प्रोत्साहन पैकेज के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को लगातार प्रोत्साहन के लिए चरणबद्ध तरीके से वे सभी उपाय किए जाएंगे, जिनकी जरूरत है. इस दौरान मैक्रो इकोनॉमिक स्थिरता को भी सुनिश्चित किया जाएगा.