अगस्त 2020 में ESIC द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजना से करीब 9.3 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़े हैं, जबकि लगभग 6.7 लाख नए सब्सक्राइबर्स ने EPF योजना को ज्वॉइन किया है. दोनों योजनाओं में नए सदस्यों की संख्या पिछले महीने के मुकाबले बढ़ी है. जुलाई में करीब 7.5 लाख नए सदस्यों ने ESIC को ज्वॉइन किया था जबकि लगभग 6.5 लाख नए सब्सक्राइबर्स EPF स्कीम से जुड़े थे. नए प्रवेश किए और जो लोग बाहर गए लेकिन वापस आ गए, उनकी कुल संख्या को साथ लिया जाए, तो अगस्त में EPF सब्सक्राइबर्स में जुड़े सदस्य करीब 10 लाख रहे.
यह बात ध्यान देने वाली है कि ESI स्कीम के तहत कवरेज के लिए वेतन की मौजूदा सीमा 21,000 रुपये प्रति महीना और दिव्यांग लोगों की स्थिति में 25,000 रुपये प्रति महीना है. इसके साथ यह योजना उन संगठनों के लिए लागू है, जो 10 या ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति करता है.
EPF योजना से संगठित क्षेत्र में रोजगार का संकेत
दूसरी तरफ, EPF योजना अनिवार्य बचत योजना है जो किसी भी प्रतिष्ठान को कवर करती है जो 20 या ज्यादा लोगों को नियुक्त करता है. इस योजना में वेतन की सीमा 15 हजार रुपये प्रति महीना है. मंत्रालय ने कहा कि जो लोग 15 हजार रुपये या ज्यादा का वैतन ले रहे हैं, उन्हें छूट है या वे किसी की अनुमति या स्वैच्छिक आधार पर नामांकित किए जा सकते हैं. हालांकि, इस योजना से सबस्क्राइब करने वाले सदस्यों की संख्या संगठित क्षेत्र में रोजगार के स्तर के बारे में संकेत देती है.
इस बीच ESI योजना के तहत ज्यादा कर्मियों को कवर करने के लिए सरकार ने आज कहा कि अब स्कीम को पहली बार अरुणाचल प्रदेश तक विस्तार दिया जा रहा है. श्म और रोजगार मंत्रालय के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश में कर्मचारी 1 नवंबर 2020 से योजना का फायदा ले सकेंगे. ESI स्कीम में कर्मियों के करीब 3.49 करोड़ परिवार यूनिट कवर होती हैं और 13.56 करोड़ लाभार्थियों को कैश बेनेफिट और उचित मेडिकल केयर उपल्बध कराई जाती है.