एक दक्षिण कैरोलिना (South Carolina) समुद्र तट पर स्वयंसेवकों ने रविवार को एक आश्चर्यजनक खोज की. उन्होंने एक दुर्लभ सफेद समुद्री कछुआ हैचलिंग (Rare White Sea Turtle) को ढूंढा. किआवा द्वीप कछुए गश्ती दल ने समुद्र के किनारे समुद्री कछुए के घोंसले की जांच करते हुए सफेद रंग के कछुए के बच्चे को रेत में रेंगते हुए देखा. किआवाह द्वीप एससी (Kiawah Island) शहर से एक फेसबुक पेज पोस्ट के अनुसार, दुर्लभ सफेद समुद्री कछुए की खोज करने वाले वॉलेंटियर्स ने इसे ढूंढा, जिससे वो काफी उत्साहित दिखे.
टाउन ने कहा, ‘आप यकीन नहीं कर सकते कि हम कितने एक्साइटडि हैं. सफेद कछुए की खोज करने के बाद कॉलेज ऑफ चार्लेस्टन के कुछ छात्र हैरान रह गए. वो ल्युसिस्टिक हैचलिंग को देखकर काफी खुश हो गए थे.’ माना जाता है कि बच्चे के कछुए में ल्यूसीज़्म नामक एक आनुवांशिक स्थिति होती है, जिसके कारण जानवरों में रंजकता कम हो जाती है. यह ऐल्बिनिज़म से अलग है, जो वर्णक का पूर्ण नुकसान है.
शहर ने अपने फेसबुक पोस्ट में कछुए की तस्वीर शेयर करते हुए बताया, “ल्यूसीज़्म एक ऐसी स्थिति है जहां जानवरों की पिगमेंटनेशन काफी कम होती है. ल्यूसिज़्म ऐल्बिनिज़म से अलग है क्योंकि एल्बिनो जानवरों में पिगमेंट का पूर्ण नुकसान होता है, जो उन्हें लाल या गुलाबी आँखों से पूरी तरह से सफेद छोड़ देता है.”
सोशल मीडिया पर यह पोस्ट काफी वायरल हो चुकी है. तीन दिन में इस पोस्ट को 500 से ज्यादा शेयर्स मिल चुके हैं. लोग कछुए की खूब तारीफ कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, ‘देखकर मज़ा आ गया, शेयर करने के लिए शुक्रिया.’
ऐल्बिनिज़म या ल्यूसिज़म वाले जानवरों में आमतौर पर जंगल में रहना काफी कठिन होता है. उनका रंग इतना प्रभावशाली होता है कि शिकारी आसानी से उन्हें ढूंढ निकालते हैं.
इस सफेद समुद्री कछुए को बचाया नहीं गया था, शहर ने टिप्पणी अनुभाग में स्पष्ट किया. जब एक फेसबुक उपयोगकर्ता ने पूछा कि क्या ल्यूकोलिस्टिक कछुआ अपने दम पर जीवित रह पाएगा, तो उन्होंने जवाब दिया: “शायद, लेकिन इसके सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं.”