नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल (Social Media Fake Profile Case) को लेकर दो छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) ने केंद्र सरकार (Government of India) को नोटिस जारी किया है. इस पूरे मामले को लेकर सरकार से जवाब मांगा गया है. छात्रों की ओर से दाखिल याचिका में सभी प्रोफाइल वेरिफाई करने की मांग की गई है. ताकि अवैध और गलत पोस्ट को हटाया जा सके.आपको बता दें कि बीते कुछ महीनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक पर फेक प्रोफाइल बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है. इसको लेकर देश की कई सरकारी एजेंसियों ने लोगों से सतर्क रहने के लिए भी कहा हैं.
फेक प्रोफाइल बनाकर फेसबुक के जरिए लाखों रुपये हड़पने की शिकायत बढ़ रही है. इसी के चलते यूपी एसटीएफ ने फेसबुक पर हो रहे फ्रॉड को लेकर लोगों को आगाह किया है. फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को बेवकूफ बनाकर रुपये हथियाने का गोरखधंधा चलने लगा है. इसी तरह के मामले में पीड़ित एक फेसबुक यूजर को अपनी टाइम लाइन में लिखना पड़ा कि- ”मेरे नाम से फ्रॉड आईडी बनाकर लोगों से पैसा मांगा जा रहा, कृपया पैसा न दें.
सोशल मीडिया पर सोशल प्रतिष्ठा बढ़ाने के चक्कर में आप कहीं अपनी जमा पूंजी न गंवा बैठें, इसके लिए सेटिंग में जाकर लोकेशन को बंद करिए वरना चोरों के लिए काम आसान हो जाएगा. साइबर एक्सपर्ट विपिन के पास फ्रॉड के शिकार कई लोग आते हैं.
इस फ्रॉड से बचने के वे तरीके बताते हैं. उनके अनुसार फेसबुक की सेटिंग में फेस रिकग्नीशन को टर्न ऑन करें. फेसबुक लोकेशन को बंद करें. फोन बैंकिग करने वाले नंबर को फेसबुक पर न लिखें. फेसबुक पर अपना ईमेल न लिखें. सोशल मीडिया पर उतनी ही जानकारी दें जिससे आपकी निजता बची रहे क्योंकि डिजिटल प्लेटफार्म का जितना आप उपयोग करते हैं उतना ही साइबर क्रिमिनल की नजर में भी रहते हैं.