नई दिल्ली: अनलॉक-5 (Unlock-5) के तहत केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से स्कूल खोलने की (Reopening of Schools) इजाजत जरूर दे दी है, लेकिन अधिकांश राज्य इसके लिए तैयार नहीं हैं. राज्यों को डर सता रहा है कि कहीं स्कूल खुलते ही कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण के मामलों में एकदम से तेजी न आ जाए. हरियाणा और मेघालय जैसे कुछ राज्य अभी तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं ले पाए हैं. जबकि दिल्ली, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ ने अभी स्कूल न खोलने का निर्णय लिया है.
केंद्र जारी कर चुका है गाइडलाइन
अनलॉक-5 की गाइडलाइन में कहा गया है कि COVID-19 कंटेनमेंट जोन के बाहर स्थित सभी स्कूल, कॉलेज 15 अक्टूबर से पुन: खोले जा सकते हैं. हालांकि, इस पर अंतिम फैसला संबंधित राज्यों को लेना होगा. कोरोना के बढ़ते मामले और अमेरिका में स्कूल खोलने के बाद बढ़ी संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए ज्यादातर राज्य फिलहाल यह जोखिम मोल लेना नहीं चाहते.
दिल्ली का इनकार, यूपी तैयार
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री पहले ही साफ कर चुके हैं राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूल 31 अक्टूबर तक बंद रहेंगे. वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार ने कक्षा 9 से 12 के लिए 19 अक्टूबर से स्कूलों को फिर से खोलने की सशर्त अनुमति दी है. राज्य सरकार और एमएचए के दिशानिर्देशों के अनुसार, कक्षाएं दो पालियों में चलेंगी और इसके लिए माता-पिता से लिखित सहमति मांगी जाएगी. कर्नाटक की बात करें, तो राज्य सरकार ने कहा है कि वह स्कूलों को फिर से खोलने की जल्दबाजी में नहीं है और सभी पहलुओं का मूल्यांकन करने के बाद इस मुद्दे पर आगे बढ़ेगी. कर्नाटक के शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने कहा कि न तो हमारी सरकार और न ही शिक्षा विभाग किसी भी परिस्थिति में स्कूल खोलने की जल्दबाजी में है, बच्चों का स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
महाराष्ट्र-गुजरात एकमत
छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से कहा गया है कि महामारी के मद्देनजर अगले आदेश तक स्कूल बंद रहेंगे. इसी तरह, महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि वह दिवाली के बाद COVID-19 स्थिति का आकलन करेगी और तब तक स्कूल बंद रहेंगे. गुजरात भी महाराष्ट्र की राह पर है. राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि दिवाली के बाद ही स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार किया जा सकता है. वहीं, मेघालय ने स्कूलों के फिर से खोलने पर अंतिम निर्णय लेने से पहले माता-पिता से उनकी राय मांगी है. शिक्षा मंत्री लाहमेन रिम्बुई के अनुसार, राज्य सरकार ने फैसला किया है कि उच्च प्राथमिक स्कूलों को केवल कक्षा 6, 7 और 8 के छात्रों के अध्ययन संबंधी प्रश्नों को हल करने के लिए फिर से खोला जाएगा. स्कूल पुन: खोलने को लेकर हमने पेरेंट्स से उनकी राय मांगी है.
ट्रायल के तौर पर अनुमति
पुडुचेरी सरकार ने ग्रेड 9 से 12 तक के स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है. मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने गुरुवार को कहा कि ‘10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए कक्षाएं फिर से शुरू हो गई हैं, लेकिन यह केवल एक ट्रायल है. हम एक सप्ताह तक स्थिति पर नजर रखेंगे. यदि छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो हम इस फैसले पर पुनर्विचार करेंगे’. हरियाणा सरकार भी कक्षा 6 से 9 के लिए स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है. हालांकि, अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.
यहां नंबर में होगा विचार
उधर, आंध्र प्रदेश सरकार का कहना है कि 2 नवंबर से पहले राज्य में स्कूलों को नहीं खोला जाएगा. इसी तरह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी साफ कर दिया है कि नवंबर में ही इस संबंध में कोई फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य के स्कूल बंद रहेंगे, नवंबर के मध्य में ही इस बारे में सरकार कोई निर्णय लेगी.