अनलॉक 5 के तहत 15 अक्टूबर के बाद से स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने आज दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलने के लिए मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य, हाइजीन और सुरक्षा के लिए आवश्यक मानक सुनिश्चित करने को कहा है. इसके अलावा पढ़ाई के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं.
शिक्षा मंत्रालय ने अपनी गाइडलाइन्स में कहा है कि बच्चे अपने अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद ही स्कूल जा सकेंगे. उपस्थिति अनिवार्यता के नियमों में छूट मिलेगी और बच्चे चाहें तो ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प चुन सकेंगे. इसके अलावा मिड-डे मील को बनाने और बच्चों को खिलाने में मानक निर्देशों का पालन किया जाएगा.
दिशानिर्देशों के मुताबिक, राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश हेलथ व सेफ्टी एहतियातों के लिए DoSEL, शिक्षा मंत्रालय के एसओपी पर आधारित अपने एसओपी तैयार करेंगे, जो कि स्थानीय हालात और जरूरत के अनुरूप हो सकते हैं. खुलने वाले स्कूलों को राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों के शिक्षा विभाग द्वारा तैयार निर्देशों का पालन करना होगा. यह भी कहा गया है कि स्कूल खुलने के बाद 2-3 सप्ताह तक कोई असेसमेंट नहीं होगा. ICT व ऑनलाइन लर्निंग जारी रहेगी और इसे प्रोत्साहन दिया जाएगा.
मार्च से ही स्कूल बंद
कोरोना महामारी के दौर में पूरे देश में 22 मार्च के बाद से ही स्कूल बंद हैं. कुछ राज्यों ने 1 अक्टूबर से स्कूल खोलने की बात कही थी लेकिन अभिभावकों ने सुरक्षा के मद्देनजर अपने बच्चों को स्कूल भेजने से मना किया था और सरकार के इस तरह के किसी प्रस्ताव पर विरोध जताया था.