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एक से ज्यादा इंश्योरेंस प्लान के फायदे, बेहतर कवरेज के साथ कम प्रीमियम का बेनेफिट

व्यक्ति सभी चीजों में ज्यादा से ज्यादा मात्रा चाहता है. चाहे वे कपड़े, एक्सेसरीज, कार, गैजेट आदि हों, कोई भी व्यक्ति किसी भी चीज में एक से संतुष्ट नहीं होता है. इसी वजह से लोग कई इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं, स्वास्थ्य और बीमा दोनों पॉलिसी में. जहां यह तर्क दिया जाता है कि हर एक नई पॉलिसी के साथ प्रीमियम आउटगो बढ़ता है. इसके बावजूद एक ऐसा सिंगल प्लान खोजना जिसमें सब फीचर्स मिलें, बेहद मुश्किल हैयह सवाल उठता है, क्या कई प्लान में निवेश करना सही है. इसका जवाब सीधे तौर पर हां है, क्योंकि एक से ज्यादा इंश्योरेंस प्लान होने से कई तरीकों से मदद मिलती है.. कुछ प्लान्स में कई फीचर्स मिलेंगे और दूसरे में उससे अलग मौजूद रहेंगे. इस कारण कोई भी निवेशक चयन नहीं कर पाता और एक से ज्यादा लाइफ या हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीद लेता है.

यह सवाल उठता है, क्या कई प्लान में निवेश करना सही है. इसका जवाब सीधे तौर पर हां है, क्योंकि एक से ज्यादा इंश्योरेंस प्लान होने से कई तरीकों से मदद मिलती है.

पर्याप्त कवरेज और किफायती

जानकारों ने हमेशा खुद का के लिए पर्याप्त बीमा लेने पर जोर दिया है जिससे हर संभावित घटना में राशि पर्याप्त रहे. लाइफ और हेल्थ प्लान दोनों की राशि निवेश की जरूरत के मुताबिक होनी चाहिए. हालांकि, ऐसे कवरेज को लेना मुश्किल होता है क्योंकि ज्यादा इंश्योरेंस राशि का प्रीमियम भी हमेशा ज्यादा रहता है. अपने जीवन में धीरे-धीरे छोटे प्लान प्लान्स को खरीदना सबसे बेहतर होता है जिससे आप एक मजबूत कवर बना सकते हैं और कवरेज किफायती रहता है. हेल्थ प्लान को भी अच्छे टॉप-अप प्लान के साथ बेहतर कर सकते हैं. या अगर नियोक्ता ने हेल्थ कवरेज उपलब्ध कराया है, तो उसे ज्यादा कॉम्प्रिहैन्सिव कवरेज के लिए दूसरे कस्टमाइज्ड प्लान से बेहतर किया जा सकता है.

कम प्रीमियम

छोटी पॉलिसी को खरीदने से ज्यादा इंश्योरेंस की राशि वाली पॉलिसी के प्रीमियम के मुकाबले कम प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा.

क्लेम सेटलमेंट की बेहतर संभावना

बीमा कंपनियां प्रपोजल फॉर्म में कोई विसंगति मिलने पर क्लेम को रिजेक्ट कर देती हैं. अगर यह पूरे तौर पर नहीं किया जाता, तो क्लेम को आंशिक तौर पर रिजेक्ट किया जाता है और पूरे क्लेम का कुछ फीसदी ही भुगतान किया जाता है. कई प्लान होने से पूरे क्लेम का रिजेक्शन का जोखिम नहीं होता क्योंकि अगर एक बीमाकर्ता पूरे क्लेम का सेटलमेंट नहीं करता और दूसरा क्लेम के कुछ हिस्सा करता है, तो पॉलिसीधारक को नुकसान नहीं होता.

कॉम्प्रिहैन्सिव कवरेज

एक प्लान में सभी फीचर्स मिलना मुश्किल है. बीमा के बाजार में प्रतिसपर्धा लगातार बढ़ रही है और बीमाकर्ता निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनोखे बेनेफिट्स ला रहे हैं. तो हर कोई कुछ नया ऑफर कर रहा है और आपके पास अपनी लाइफ और हेल्थ के लिए कॉम्प्रिहैन्सिव कवरेज का बेनेफिट लेने का विकल्प है.

रिस्क/लायबिलिटी को कम करना

अगर पॉलिसीधारक भविष्य में अपनी लायबिलिटी को कम करना चाहता है, तो वे कुछ पॉलिसी को रखकर और जिन दूसरी की जरूरत नहीं है, उसे रद्द करके कर सकता है.

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