नई दिल्ली: ऋतु एक समझदार महिला है. अपने घर के बजट के मामले में वह काफी होशियार है. घर के लिए छोटी से छोटी वस्तु को खरीदने से पहले अच्छी तरह से मोलभाव करती है. लेकिन पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ता बिजली का बिल (Electricity Bill) उसके बजट को बिगाड़ रहा है. वह समझ ही नहीं पा रही है कि आखिर ऐसा कौन सा उपकरण चल रहा है जो उसके घर में बिजली की खपत दिनोंदिन बढ़ा रहा है, जिससे बिजली के बिल के तौर पर उसको अच्छी-खासी कीमत चुकानी पड़ रही है.
अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो जान लीजिए कि ऐसी बहुत सी छोटी-छोटी बातें हैं जिनका ध्यान रखकर अपने बिजली के बिल को नियंत्रण में रखा जा सकता है. किन बातों का ध्यान रखकर हम अपने घर में बढ़ रहे बिजली के बिल को कम कर सकते हैं, जानिए यहां.
1. एलईडी लाइट्स का प्रयोग करें– सामान्य या सीएफएल बल्ब की जगह एलईडी बल्ब (LED Bulbs) का प्रयोग करें घर में अगर फ्लोरेसेंट लाइट्स हैं तो उनका भी कम से कम प्रयोग करें. इन लाइट्स के बजाय घर में एलईडी लाइट्स लगाएं. एलईडी लाइट से बिजली की खपत काफी कम होती है. सीएफएल बल्ब जहां 20 वॉट तक बिजली की खपत लेते हैं, वही एलईडी बल्ब मात्र 5 वॉट बिजली ही लेते हैं.
2. बीएलडीसी पंखों का इस्तेमाल करें– अगर आप कोई नया पंखा खरीदने जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि वह बीएलडीसी (BLDC) पंखा हो. बीएलडीसी पंखे सामान्य पंखों की तुलना में काफी कम बिजली लेते हैं.
3. बीईई स्टार लेवल उपकरणों का इस्तेमाल करें– आजकल बिजली के उपकरण बीईई (BEE) स्टार रेटिंग के अनुसार आने लगे हैं. इसलिए जब भी आपको बिजली का उपकरण खरीदना हो तो उनकी स्टार रेटिंग पर अवश्य ध्यान दें. 4 या 5 फाइव स्टार रेटिंग के उपकरण ही खरीदें. ये अन्य उपकरणों की तुलना में काफी कम बिजली लेते हैं. ये उपकरण ही आपके बिजली के बिल को कम करने में काफी मदद करेंगे.
4. स्विच ऑफ जरूर करें– अक्सर हम लोग टीवी, एसी आदि को रिमोट कंट्रोल से बंद करके छोड़ देते हैं. ऐसा करना आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है क्योंकि अगर स्विच ऑन रह गए हैं तो यह भी बिजली लेते रहते हैं. इसलिए केवल रिमोट से ही उपकरण को ऑफ न करें बल्कि उनके स्विच भी तुरंत ऑफ कर दें. सुरक्षा और बिजली की बचत दोनों ही तरीकों से स्विच ऑफ करना उपयुक्त है.
5. एसी का टेंपरेचर सेट करें– अगर आप एसी का टेंपरेचर (AC Temperature) जल्दी-जल्दी कम या ज्यादा करते हैं तो इससे वह ज्यादा बिजली लेता है. इसलिए कोशिश करें कि एसी को एक ही टेंपरेचर पर सेट करके रखें. घर के एक सामान्य कमरे के लिए 24-25 टेंपरेचर ठीक होता है. इसके अतिरिक्त एसी के फिल्टर को समय-समय पर साफ करते रहें, जिससे इसकी कूलिंग अच्छी हो और बार-बार टेंपरेचर कम या ज्यादा करने की जरूरत न पड़े.
6. रेफ्रिजरेटर संबंधी बातों का ध्यान रखें– रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) का टेंपरेचर मीडियम पर रखें. कोशिश करें कि इसको बार-बार न खोलना पड़े. इससे वह बिजली की कम खपत लेगा और बिजली की काफी यूनिट कम हो जाएंगी.
7. सोलर वॉटर हीटर का प्रयोग करें– पानी गरम करने के लिए सामान्य बिजली से चलने वाले गीजर के बजाय अगर सोलर वॉटर हीटर (Solar Water Heater) का प्रयोग किया जाए तो यह बिजली की खपत बहुत कम कर देता है.
8. वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल ध्यान से करें– वॉशिंग मशीन (Washing Machine) का प्रयोग करते समय अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो बिजली की काफी बचत की जा सकती है. वॉशिंग मशीन को चलाने के लिए सप्ताह में 2 दिन या फिर 1 दिन फिक्स करें. हर दूसरे-तीसरे दिन वॉशिंग मशीन का प्रयोग करने से बचें. इससे आपका शेड्यूल भी फिक्स हो जाएगा और बिजली की बचत भी होगी. कुछ रोजाना इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े हाथ से साथ-साथ ही धो लें. गर्मी के मौसम में ड्रायर का इस्तेमाल न करें तो बेहतर है. इससे आपके कपड़े तो सिकुड़ने से बचेंगे ही, साथ ही बिजली की बचत भी होगी.
9. रूफ सीलिंग पेंट– अगर आप अपने घर में पेंट कराने के बारे में सोच रहे हैं तो एक बात पर जरूर ध्यान दें कि रूफ (Roof) पर एक स्पेशल पेंट यानी रूफ सीलिंग पेंट (Roof Ceiling Paint) ही कराएं. यह पेंट आपके कमरे को ठंडा रखता है जिससे आपको एसी चलाने की जरूरत कम पड़ेगी. इसका सीधा असर आपके बिजली के बिल पर पड़ेगा.
10. कंप्यूटर, लाइट्स, फैन आदि को हमेशा ऑन न रखें – जब आप कंप्यूटर का यूज न कर रहे हों तो उसे ऑफ कर दे. लाइट, पंखे आदि बेकार ही चले न रहने दें. इन छोटी-छोटी चीजों का ध्यान से यूज़ करके आप अपने बिजली के बिल को काफी घटा सकते हैं.
11. पानी का इस्तेमाल ध्यान से करें– पानी का सही इस्तेमाल भी आपकी बिजली की खपत पर काफी असर डालता है. अगर अब पानी यूं ही बर्बाद करेंगे तो बार-बार आपको पानी की मोटर चलाने की जरूरत होगी जिसका सीधा असर आपके बिजली की यूनिट पर पड़ेगा. इसलिए पानी का इस्तेमाल सोच-समझ कर करें. पानी की एक-एक बूंद कीमती है.
12. अपने यूनिट रेट स्लैब को जानें– आपके द्वारा खर्च की गई बिजली की यूनिट रेट स्लैब के हिसाब से आपका बिजली का बिल बनता है. इसका मतलब यह है कि प्रति यूनिट की कीमत अलग-अलग होती है. अगर आप एक लिमिट से कम बिजली खर्च करते हैं तो आपका प्रति यूनिट रेट कम होगा, लेकिन अगर आप उस लिमिट से ज्यादा यूनिट खर्च करते हैं तो आपका बिजली का बिल उसी हिसाब से बढ़ता चला जाता है. ध्यान दें कि बिजली का बिल यूनिट के हिसाब से होता है. अपने बिजली के बिल का ध्यान रखने के लिए आपको एक नजर मीटर पर भी रखनी होगी. इससे आपको पता चलेगा कि आप हर दिन कितने यूनिट का इस्तेमाल कर रहे हैं.
इन उपायों पर अमल करके देखिए, महीने भर में ही आपका बिजली का बिल आपके कंट्रोल में होगा.