नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में अनलॉक 5.0 (Unlock 5.0) स्कूल कॉलेज खुलने को लेकर संशय पैदा हो गया है. इस बीच 21 सितंबर से देश के कई राज्यों में आंशिक रूप से स्कूल खुल गए हैं हालांकि ज्यादातर राज्यों में स्कूल अभी भी बंद हैं. राज्य सरकारों के साथ-साथ, बच्चों के माता-पिता भी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते बच्चों को स्कूल भेजने के बारे में कोई ठोस निर्णय लेने में असमर्थ हैं.
अनलॉक 5.0 गाइडलाइन में निर्धारित हो सकते हैं नियम
ज्यादातर राज्यों में, बच्चे अभी भी ऑनलाइन कक्षाओं पर निर्भर हैं. अब उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार स्कूल कॉलेज को सुचारू रूप से खोलने के लिए अनलॉक 5.0 गाइडलाइन (Unlock 5.0 guideline) में कुछ नियम निर्धारित कर सकती है.
अगस्त में हुए थे निर्देश जारी
कोरोनो वायरस के बाद भारत में लगे लॉकडाउन (Lockdown) के बाद अनलॉक (unlock) करने का यह चौथा चरण है. अगस्त में केंद्र सरकार द्वारा अनलॉक के दिशानिर्देश (Unlock guideline) जारी किए थे. इस गाइडलाइन में 9वीं कक्षा से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्कूल खोलने की बात कही गई थी. सरकार ने कुछ नियम निर्धारित करते हुए यह भी स्पष्ट किया था कि कोरोना महामारी (Pandemic) के दौरान किसी भी छात्र को स्कूल जाने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
लॉकडाउन के बाद अनलॉक का पांचवा चरण
यह भी कहा गया कि छात्रों को यदि स्कूल में शिक्षकों से सलाह लेने के लिए भी जाना है तो उन्हें पहले अपने माता-पिता से लिखित में अनुमति लेनी होगी. अब जैसे ही अक्टूबर शुरू होगा देश अनलॉक के पांचवें चरण में प्रवेश करेगा. केंद्र सरकार जल्द ही अनलॉक 5.0 के बारे में एक दिशानिर्देश जारी कर सकती है. हालाँकि, अभी कोरोना के बढ़ते मामले स्कूल कॉलेज खोलने के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा हैं और इस कारण से माता-पिता भी स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं.
ये हो सकते हैं नियम
माना जा रहा है कि यदि सरकार अनलॉक 5.0 में स्कूल खोले जाने की अनुमति देती है तो बच्चों की एंट्री और एग्जिट के लिए एक से अधिक अलग गेट की व्यवस्था करनी होगी. एक कक्षा में 20 से अधिक छात्रों को अनुमति नहीं दी जाएग. छात्रों को अपने लंच बॉक्स को क्लोसमेट्स के साथ शेयर करने की परमीशन नहीं होगी. हालांकि अनलॉक 5.0 में स्पष्ट होगा कि बच्चे एक अक्टूबर से स्कूल जा सकेंगे या कुछ महीने और इंतजार करना होगा