Time Magazine: अमेरिका की मशहूर टाइम मैंगजीन ने दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल किया है. पीएम मोदी भारत के एकमात्र राजनेता हैं जिन्होंने प्रतिष्ठित मैगजीन की सूची में जगह बनाई है. पीएम मोदी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ शामिल किया गया है. इस लिस्ट में शामिल अन्य भारतीय लोगों में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, अभिनेता आयुष्मान खुराना, एचआईवी पर शोध करने वाले रविंदर गुप्ता और शाहीन बाग धरने में शामिल बिल्किस भी शामिल हैं. हालांकि टाइम मैगजीन ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में लिखे अपने लेख में कई तल्ख टिप्पणियां की हैं.
मोदी के अलावा ट्रम्प और जिनपिंग भी
टाइम मैंगजीन हर साल दुनिया के प्रभावशाली लोगों की लिस्ट जारी करती है, इसमें अलग-अलग क्षेत्र के व्यक्तियों को शामिल किया जाता है. इस सूची में एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री मोदी का नाम शामिल किया गया है, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नाम लिखा गया है. प्रधानमंत्री मोदी के अलावा इस लिस्ट में शी जिनपिंग, ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन, डोनाल्ड ट्रंप, कमला हैरिस, जो बाइडन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल समेत दुनियाभर के कई नेता शामिल हैं.
मोदी के बारे में क्या लिखा
टाइम मैगजीन ने पीएम मोदी के बारे में लिखा है कि लोकतंत्र के लिए सबसे जरूरी स्वतंत्र चुनाव नहीं है. इसमें केवल यह पता चलता है कि किसे सबसे अधिक वोट मिला है. इससे ज्यादा महत्वपूर्ण उन लोगों का अधिकार है जिन्होंने विजेता के लिए वोट नहीं दिया. भारत 7 दशकों से अधिक समय से दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र रहा है. भारत की 1.3 अरब की आबादी में ईसाई, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन और अन्य धर्मों के लोग शामिल हैं. टाइम मैगजीन के एडिटर कार्ल विक ने लिखा है कि बीजेपी के लिए अत्यंत गंभीर महामारी असंतोष को दबाने का जरिया बन गया. इसमें आरोप लगाया गया है कि बीजेपी सरकार ने भारत में बहुलतावाद को खत्म कर दिया है. बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी टाइम मैगजीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था
तारीफ भी कर चुका है मैगजीन
पहले टाइम ने तारीफ करते हुए लिखा था कि मोदी ने भारत को इस तरह एकजुट किया है जितना दशकों में किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया. लिखा गया था कि उनकी (मोदी) सामाजिक रूप से प्रगतिशील नीतियों ने तमाम भारतीयों को जिनमें हिंदू और धार्मिक अल्पसंख्यक भी शामिल हैं, को गरीबी से बाहर निकाला है. यह किसी भी पिछली पीढ़ी के मुकाबले तेज गति से हुआ है