नई दिल्ली. अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी वॉलमार्ट (Walmart Inc) के नियंत्रण वाली फ्लिपकार्ट (Flipkart) 2021 में अपना ओवरसीज आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. यह 50 अरब डॉलर तक का हो सकता है. कंपनी की योजना आईपीओ के जरिये 45-50 अरब डॉलर हासिल करने की है. अगर ऐसा हो जाता है तो वॉलमार्ट को फ्लिपकार्ट में अपने निवेश से दोगुना हासिल हो जाएगा. माना जा रहा है कि पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए फ्लिपकार्ट सिंगापुर (Singapore) या अमेरिका (US) में से किसी एक देश को चुन सकती है.
IPO लाने की प्रक्रिया तेज करने को बाहरी सलाहकारों की ली जाएगी मदद
फ्लिपकार्ट के आईपीओ को लाने की तैयारियां और चर्चा अभी इंटरनल लेवल पर ही है. सूत्रों का कहना है कि कंपनी प्रक्रिया को तेज करने के लिए जल्द ही बाहरी सलाहकारों से बातचीत करने की तैयारी कर रही है. बता दें कि भारत में केंद्र सरकार (Central Government) ने घरेलू कंपनियों के लिए विदेशी बाजारों में सीधे सूचीबद्ध (Listed) होने को लेकर नए नियमों का मसौदा (Draft) तैयार किया है. सूत्रों ने कहा कि अनुपालन, कानूनी और फाइनेंशियल फंक्शंस को सुनिश्चित करने के लिए काम शुरू हो चुका है ताकि संभावित लिस्टिंग से पहले रेग्युलेटरी स्टैंडर्ड्स (Regulatory Standards) को पूरा किया जा सके.
फ्लिपकार्ट ने इस साल वॉलमार्ट से फ्रेश फंडिंग में जुटाए 1.2 अरब डॉलर
वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 2018 में लगभग 77 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण (Acquisition) कर लिया था. यह सौदा (Deal) करीब 16 अरब डॉलर का हुआ था. इस सौदे से फ्लिपकार्ट के फाउंडर सचिन बंसल (Sachin Bansal) और बिन्नी बंसल (Binni Bansal) अरबपति बन गए थे. साल 2018 के आखिर में वॉलमार्ट ने कहा था कि वह 4 साल में फ्लिपकार्ट को सार्वजनिक बना सकती है. इस साल जुलाई में फ्लिपकार्ट ने वॉलमार्ट से एक फ्रेश फंडिंग में 1.2 अरब डॉलर जुटाए.