बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के एक कस्बे में ऑनलाइन क्लास के नाम पर पब्लिक स्कूल के छात्रों व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर अश्लील कंटेंट भेजने का मामला सामने आया है. कोरोना काल में बच्चों के लिए पढ़ाई का जरिया इंटरनेट है और डिस्कशन के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप. बागपत के बड़ौत में किसी शख्स ने ऐसे ही हालात का फायदा उठाकर एक स्कूल में हाईस्कूल की क्लास का फर्जी ग्रुप बनाया और बच्चों को आपत्तिजनक चीजें भेज दीं. जब अभिभावकों को इसका पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत कर मुकदमा दर्ज कराया.
डीपी पर लगाई स्कूल के टीचर की फोटो और बनाया फर्जी ग्रुप
28 अगस्त को ऑनलाइन क्लास के नाम पर एक पब्लिक स्कूल की हाईस्कूल क्लास के बच्चों को किसी शख्स ने व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर जोडा. बच्चों को भ्रमित करने के लिए उसने ग्रुप की डीपी पर स्कूल के ही एक अध्यापक की फोटो लगा लगा दी. इतना ही नहीं ग्रुप एडमिन ने काफी छात्र-छात्राओं के फोटो भी ग्रुप पर मांगे. इसके बाद जब ग्रुप एडमिन ने ग्रुप में जुड़े कुछ छात्र-छात्राओं के मोबाइल पर अश्लील कंटेंट भेजने शुरू किए, तब मामले का खुलासा हुआ.
अभिभावकों ने दी प्रिंसिपल को जानकारी
स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि कक्षा 10 के कुछ छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की ओर से उनके पास शिकायत इस तरह के कंटेंट रिसीव होने की शिकायत पहुंची. ऐसे में जब ग्रुप की जांच कराई गई तो ये ग्रुप ही फर्जी निकला.
प्रधानाचार्य की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा
प्रधानाचार्य की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है. उधर भड़के अभिभावक भी उनके साथ कोतवाली पहुंचे और कार्रवाई की मांग की. अब पुलिस की बात की जांच में जुटी है कि ये फर्जी ग्रुप बनाने वाला शख्स स्कूल का ही है या कोई बाहरी व्यक्ति. पुलिस का दावा है कि वो जल्द ही मामले को सुलझाकर आरोपी को सामने लाएगी.