नई दिल्लीः प्राइवेट सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई (ICICI Bank) ने देश भर में कार्य कर रहे स्टार्टअप्स की मदद के लिए एक नई स्कीम को लॉन्च किया है. istartup-2.0 नाम की इस स्कीम से स्टार्टअप्स को बैंकिंग से आगे की सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी. इसके साथ ही ये स्कीम स्टार्टअप्स को डिजिटल तौर पर सशक्त होने के लिए भी सहायता करेगी.
मिलेंगी बैंकिंग से परे ये सहायता
नियामक सहायता, एनालिटिक्स, स्टाफिंग, अकाउंटिंग, ग्राहक अधिग्रहण और ग्राहकों के लिए डिजिटल आउटरीच जैसी बैंकिंग से परे सेवाएं मिलेंगी. बैंकिंग सेवाओं में स्टार्टअप को प्लैटिनम, गोल्ड और सिल्वर जैसे तीन तरह के चालू खाते खोलने में भी सहायता की जाएगी.
नए व्यवसाय (10 वर्ष तक) जाॅइंट, निजी और सार्वजनिक सीमित कंपनियों के साथ-साथ सीमित देयता भागीदारी सहित चालू खाते का विकल्प चुन सकते हैं. इसके अलावा, स्टार्टअप एक खाता खोल सकते हैं और निगमन के समय तुरंत खाता संख्या प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि बैंक ने अपने एपीआई को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) की वेबसाइट के साथ एकीकृत किया है. यह संस्थापकों /उद्यमियों को महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान करता है क्योंकि इससे समय और प्रयासों की बचत होती है. उन्हें किसी खाते के लिए आवेदन करने के लिए फिर से विवरण नहीं भरना पड़ता है.
इसके अलावा बैंक ने वर्क-फ्रॉम-होम, आईटी हार्डवेयर, डील, वेब-होस्टिंग, अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर, टेलीकॉम पैकेज, प्रिंटिंग और स्टेशनरी आदि पर समाधान के लिए आकर्षक ऑफर लाने के लिए विभिन्न अन्य कंपनियों के साथ करार किया है.
मिलेंगी ये बैंकिंग विशेषताएं:
- अत्याधुनिक ‘इंस्टाबिज’ मोबाइल ऐप्लिकेशन तक पहुंच
- निर्यात-आयात लेनदेन के लिए एक विशेष डिजिटल प्लेटफॉर्म कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म और ट्रेड ऑनलाइन की उपलब्धता
- 40 से अधिक लोकप्रिय लेखा/ईआरपी प्लेटफार्मों के साथ ‘कनेक्टेड बैंकिंग’ के माध्यम से स्वचालित बैंक सामंजस्य सुविधा
- व्यापार डेबिट कार्ड और एफडी समर्थित व्यापार क्रेडिट कार्ड
- ‘प्रतिभूति के खिलाफ ऋण’ पर अधिमान्य मूल्य निर्धारण और ‘फिक्स्ड डिपॉजिट के खिलाफ ओवरड्राफ्ट सुविधा’
- जीरो प्रोसेसिंग शुल्क और फिक्स्ड डिपॉजिट /ओवरड्राफ्ट पर प्रतिबद्धता शुल्क
- समूह स्वास्थ्य और व्यक्तिगत दुर्घटना कवर
इस पहल की जानकारी देते हुए आईसीआईसीआई बैंक के हेड-सेल्फ एम्प्लॉयड सेगमेंट पंकज गाडगिल ने कहा, ‘भारत में एमएसएमई और स्वरोजगार सेगमेंट अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. हमें लगता है कि अनुकूल नियमों और उद्यमशीलता की उच्च भावना के साथ देश में स्टार्टअप सेगमेंट तेजी से विकास के लिए तैयार है. हम मानते हैं कि ‘आईस्टार्टअप 2.0’ देश में उपलब्ध सबसे व्यापक कार्यक्रम है. यह उन्हें एमसीए के साथ निगमन के दौरान डिजिटल तरीके से हमारे साथ तुरंत ऑन-बोर्ड आने की अभूतपूर्व सुविधा प्रदान करता है. यह व्यापार से लेकर व्यक्तिगत बैंकिंग आवश्यकताओं को पूरा करता है और मजबूत मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफार्मों का उपयोग करके डिजिटल रूप से लेनदेन को सक्षम करता है.