नई दिल्ली: क्रेडिट कार्ड एक ऐसा शेर है, जिसकी सवारी करना जितना फायदेमंद है, उतना ही खतरनाक भी. अगर आपको क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना आता है और वो गलतियां नहीं करते जो आमतौर पर दूसरे लोग करते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर छप्पर फाड़कर आसमान में पहुंच सकता है, लेकिन अगर क्रेडिट कार्ड के जाल में फंस गए तो निकलना मुश्किल भी हो सकता है.
हम यहां पर आपको बताने जा रहे हैं वो गलतियां जो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते वक्त अमूमन लोग कर जाते हैं, जिसका उन्हें भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है.
1. क्रेडिट कार्ड से ATM कैश कभी न निकालें
जब आप शॉपिंग करने जाते हैं तो क्रेडिट कार्ड से पेमेंट कर सकते हैं, क्योंकि आपको बिल चुकाने के लिए अधिकतम 51 दिन की ब्याज मुक्त अवधि (interest-free period) मिलती है. इस बीच अगर आप क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग बिल का भुगतान करते हैं तो ब्याज नहीं लगता है. लेकिन गलती से भी ATM से कैश निकालकर खर्च मत करिएगा, क्योंकि जैसे ही आप ATM से कैश निकालेंगे तुरंत ही ब्याज चढ़ना शुरू हो जाएगा. इसमें ब्याज मुक्त अवधि जैसी कोई सुविधा आपको नहीं मिलती है. इसके अलावा जब भी आप ATM से कैश निकालते हैं तो बैंक 2.5% से 3% तक कैश एडवांस फीस वसूलते हैं, ये हर बैंक के हिसाब से अलग अलग होता है जो आमतौर पर 250 रुपये से लेकर 500 रुपये तक होता है. यानि ATM से कैश निकालने पर आपको दोहरा ब्याज देना पड़ता है.
2. बकाया भुगतान को टालें नहीं
अक्सर लोग क्रेडिट कार्ड का बिल अगले बिल साइकिल (Bill Cycle) पर टाल देते हैं, जो कि आगे चलकर भारी पड़ता है. कई लोग क्रेडिट कार्ड का पूरा भुगतान (Full Payment)
करने की बजाय मिनिमम पेमेंट (Minimum Payment) करते हैं, जो कि दूसरी सबसे बड़ी गलती है. क्योंकि क्रेडिट कार्ड पर कंपाउंड ब्याज चढ़ता है, यानि जितना पैसा आपने नहीं चुकाया वो अगली बिल साइकिल में जुड़ जाएगा, फिर उस पर बैंक ब्याज वसूल करेगा. बैंक क्रेडिट कार्ड पर 2.5 परसेंट से लेकर 3.5 परसेंट तक मंथली ब्याज वसूलते हैं और सालाना ब्याज 36 परसेंट से 42 परसेंट तक होता है. इसलिए मंथली पेमेंट का भुगतान बिलिंग डेट से पहले करें और फुल पेमेंट करें.
3. समय पर भुगतान जरूर करें
एक मुफ्त की सलाह है, लेकिन बड़े काम की है. अगर आप लेट लतीफ हैं तो मेहरबानी करके क्रेडिट कार्ड से दूर रहें. क्योंकि ये आपको कर्ज के बोझ तले दबा देगा. जब भी आप क्रेडिट से कोई चीज खरीदें या पेमेंट करे तो उसकी ड्यू डेट (Due Date) गांठ बांध लीजिए. क्योंकि अगर आपने भुगतान की तारीख मिस की तो बैंक की बल्ले बल्ले हो जाएगी. वो आपसे 1000 रुपये तक पेनाल्टी चार्ज कर सकता है, हालांकि ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपका बकाया कितना है. अगर आपके बैंक खाते में ठीक ठाक बैलेंस रहता है तो एक मुफ्त की सलाह और लीजिए. अपने क्रेडिट कार्ड वाले बैंक को बोलकर ऑटो डेबिट की सुविधा ले लीजिए, इससे क्रेडिट कार्ड की ड्यू डेट को पैसा अपना आप कट जाएगा और आप कम से कम आप पेनाल्टी से तो बच ही जाएंगे.
4. ब्याज मुक्त अवधि को समझें
आमतौर पर बैंक्स किसी भी खरीदारी पर 45 से 51 दिन का फ्री क्रेडिट पीरियड देते हैं. यानि Due Date के पहले पहले आपके पास इतने दिन मौजूद रहते हैं, अगर आप इस दौरान नई खरीद पर ड्यू डेट के पहले भुगतान कर देते हैं तो कोई ब्याज नहीं लगता. लेकिन ये इसके लिए जरूरी है कि पिछली बार का फुल पेमेंट आपने कर दिया हो, तभी ये फायदा आप ले सकेंगे. यहां पर एक बार फिर बता दें कि आपने जिस दिन ट्रांजैक्शन या शॉपिंग की और अगला बिल साइकिल कब है, इसके बीच का समय ही इंटरेस्ट फ्री पीरियड कहलाता है, इसलिए जरूरी नहीं कि आपको 45 से 51 दिन का पूरा समय ही मिले.
5. क्रेडिट कार्ड से शौकिया शॉपिंग से बचें
क्रेडिट कार्ड से आप शौकिया भुगतान करने से बचें. इससे हर छोटा-मोटा भुगतान न करें, जैसे मोबाइल का बिल, DTH का बिल, गैस या बिजली का बिल. इन सभी का पेमेंट कैश या डेबिट कार्ड से करें, ताकि बेवजह के ब्याज से बच जाए. क्रेडिट कार्ड का भुगतान करने के लिए दूसरे क्रेडिट का इस्तेमाल कतई न करें, ऐसा करके आप खुद को कर्ज के दलदल में धकेल देंगे. आगे चलकर क्रेडिट कार्ड का बिल इतना ज्यादा हो जाएगा कि इससे निकलना मुश्किल होगा.
एक बात याद रखें, क्रेडिट कार्ड कोई मजे की चीज नहीं, बल्कि एक Insecured Loan है. इसलिए बाकी लोन की तरह इसका भुगतान भी वक्त पर और पूरा करना चाहिए. क्योंकि क्रेडिट कार्ड के फायदे भी कम नहीं.