नई दिल्ली. कोरोना संकट (Coronavirus Crisis) के बीच नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. दरअसल, सभी एनपीएस मैनेजर्स की सरकारी बॉन्ड फंड (Government Bond Funds) से जुड़ी योजनाओं ने बहुत अच्छा प्रदर्शन (Outperformed) किया है. यहां तक कि इन स्कीमों ने निवेशकों को लंबी अवधि में दोहरे अंकों में मुनाफा (Double Digit Return) दिया है. इन G-Sec Funds ने तीन साल में क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL) की बेंचमार्क दरों के ऑल सॉवरेन बॉन्ड-टोटल रिटर्न इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया है.
सबसे कम रिटर्न देने वाले पेंशन फंड का रिटर्न भी बेंचमार्क दर से ज्यादा
पिछले तीन साल में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली यूटीआई रिटायरमेंट सॉल्यूशंस स्कीम-जी (UTI Retirement Solutions’ Scheme G) ने भी 8.95 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो बेंचमार्क दर 8.83 फीसदी से थोड़ी ज्यादा ही है. बाजार में मौजूद सात पेंशन फंड मैनेजर्स ने तीन साल की अवधि में 8.95 फीसदी से 10.32 फीसदी का शानदार मुनाफा दिया है. इनमें एलआईसी पेंशन फंड (LIC Pension Fund) ने निवेशकों को दोहरे अंकों में सबसे ज्यादा 10.32 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस फंड ने पांच साल की लंबी अवधि में भी सबसे अच्छा प्रदर्शन बरकरार रखा है.
यूटीआई को छोड़कर सभी NPS G-Sec फंड्स से दोहरे अंक में रिटर्न
एलआईसी पेंशन फंड ने पांच साल की लंबी अवधि में निवेशकों को 11.21 फीसदी का बेहतरीन रिटर्न दिया है, जो सभी सरकारी बांड फंड्स से जुड़ी स्कीमों में सबसे ज्यादा रहा है. वैल्यू रिसर्च के मुताबिक, पांच साल की अवधि में यूटीआई रिटायरमेंट सॉल्यूशंस स्कीम-जी को छोड़कर सभी एनपीएस गवर्नमेंट सिक्योरिटी फंड्स (G-Sec Funds) ने हर साल दोहरे अंकों में रिटर्न दिया है. बाकी चार पेंशन फंड मैनेजर्स ने पांच साल में निवेशकों को सालाना 10.31 फीसदी से 10.31 फीसदी का मुनाफा दिया है. इन सभी फंड्स ने पांच साल की अवधि में भी क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की बेंचमार्क दरों के ऑल सॉवरेन बॉन्ड-टोटल रिटर्न इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया है.
निवेशक गवर्नमेंट सिक्योरिटी स्कीम में लगा सकते हैं 100 फीसदी निवेश
गवर्नमेंट सिक्योरिटी फंड्स इक्विटी (Equities) और कॉरपोरेट बॉन्ड्स (Corporate Bonds) जैसे एसेट क्लास में सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं. माना जाता है कि गवर्नमेंट सिक्योरिटी फंड में निवेश पर जोखिम vकी दर काफी कम रहती है. अगर निवेशक चाहे तो अपनी 100 फीसदी निवेश (Investment) गवर्नमेंट सिक्योरिटी स्कीम में लगा सकता है. ऑटो च्वाइस की स्थिति में भी पेंशन फंड मैनेजर्स समय बीतने के साथ धीरे-धीरे निवेश का बड़ा हिस्सा गवर्नमेंट सिक्योरिटी बॉन्ड में ट्रांसफर करते जाते हैं. इससे आपकी उम्र बढ़ने और रिटायरमेंट के करीब पहुंचने के साथ बाजार की अस्थिरता के मुकाबले आपका फंड बड़ा हो जाता है. इससे रिटायरमेंट के बाद निवेशक को पैसे की कमी नहीं होती है.