नई दिल्ली. देश की सरकारी और सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी 65 साल की हो गई है. 1 सितंबर, 1956 को केंद्र सरकार ने 5 करोड़ रुपये की लागत से इस कंपनी की शुरुआत की थी. आज LIC सबसे बड़ी बीमा कंपनी बन गई है. अगर आप भी अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित हैं तो उसके लिए LIC की ये पॉलिसीले सकते हैं. LIC की एक ऐसी पॉलिसीहै जिसे LIC ने बेटी की शादी के लिए ही बनाया है. इस पॉलिसी का नाम है कन्यादान योजना. इस योजना में 121 रुपए रोज के हिसाब से करीब 3600 रुपए की मंथली प्रीमियम पर यह प्लान मिल सकता है. लेकिन अगर कोई इससे कम प्रीमियम या इससे ज्यादा प्रीमियम भी देना चाहे तो यह प्लान मिल सकता है.
इस खास पॉलिसी में आप रोज के 121 रुपए के हिसाब से अगर जमा करते हैं तो 25 साल में 27 लाख रुपए मिलेगा. इसके अलावा अगर पॉलिसी लेने के बाद अगर मृत्यु हो जाती है तो परिवार को इस पॉलिसी का प्रीमियम नहीं भरना होगा और उसे हर साल 1 लाख रुपए भी दिया जाएगा. इसके अलावा 25 साल पूरा होने पर पॉलिसी के नॉमिनी को 27 लाख रुपए अलग से मिलेगा.
इस उम्र में मिलेगी यह पॉलिसी
इस पॉलिसी लेने के लिए 30 साल की न्यूनतम उम्र होनी चाहिए और बेटी की उम्र 1 वर्ष. यह प्लान 25 के लिए मिलेगा, लेकिन प्रीमियम 22 साल ही देना होगा. लेकिन आपकी और बेटी की अलग अलग उम्र के हिसाब से भी यह पॉलिसी मिलती है. बेटी की उम्र के हिसाब से यह इस पॉलिसी की समय सीमा घटा जाएगी.
पॉलिसी पर एक नजर
>> 25 साल के लिए पॉलिसी को लिया जा सकता है.
>> 22 साल तक प्रीमियम देना होगा.
>> रोज 121 रुपए या महीने में लगभग 3600 रुपए.
>> बीच में अगर बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है परिवार को नहीं देना होगा कोई प्रीमियम.
>> बेटी को पॉलिसी के बचे साल के दौरान हर साल मिलेगा 1 लाख रुपए.
>> पॉलिसी पूरा होने पर नॉमिनी को मिलेगा 27 लाख रुपए.
>> यह पॉलिसी कम या ज्यादा प्रीमियम की भी ली जा सकती है.
LIC की कुछ और पॉलिसी के बारे में
सिंगल इनडाउमेंट प्लान
LIC की इस योजना में केवल एक बार ही प्रीमियम देना होता है. इस योजना को 90 दिन के बच्चे से लेकर 65 वर्ष की उम्र के लोग ले सकते हैं. यह प्लान 10 साल के लिए मिलता है. इसमें न्यूनतम 50 हजार का बीमा लिया जा सकता है, लेकिन अधिकतम की कोई सीमा नहीं है. अगर कोई व्यक्ति न्यूनतम 50 हजार का बीमा लेता है तो उसे 40 हजार रुपए का प्रीमियम देना होगा. दस साल बाद पॉलिसी पूरी होने पर 75 से 80 हजार रुपए के करीब उसे वापस मिल जाता है. अगर बीच में बीमित व्यक्ति की मृत्यु होती है तो नॉमिनी को 50 हजार रुपए मिलेगा.