नई दिल्ली: जहां एक ओर अनुभवी लोग महत्वपूर्ण पदों पर होते हुए अहम जिम्मेदारियां संभालते हैं, वहीं इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि नई पीढ़ी के कर्मचारी (Employees) उनके हर काम में बराबर की मदद करते हैं. आज का युवा ठहरता नहीं है, वह लगातार आगे बढ़ते रहना चाहता है. ऐसे में कॉलेज या ट्रेनिंग (Training) पूरी होते ही वह जॉब की तलाश करने लगता है.
बेहद कम उम्र में सफलता का परचम फहराने वाले इन प्रोफेशनल्स (Professionals) को कई बार असफलता का स्वाद चखने के साथ ही वर्कप्लेस (Workplace) पर तमाम प्रकार की चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि वे खुद को बेहद मजबूत बनाने के बाद ही प्रोफेशनल लाइफ (Professional Life) में कदम रखें.
पहली पसंद बन रहे हैं युवा
प्लेसमेंट ड्राइव (Placement Drive) के जरिए कई कंपनियां कॉलेज के युवाओं को अपने यहां नियुक्त करती हैं. इसका कारण होता है नई पीढ़ी के लोगों की ऊर्जा, रचनात्मकता और सोचने-समझने का नया तरीका. वे किसी भी तरह के प्रयोगों से नहीं घबराते हैं और उन्हें ट्रेन करना भी काफी आसान होता है. युवा प्रोफेशनल्स में सीखने का जज्बा भी होता है, जिसके बलबूते वे हर नई तकनीक और काम को बहुत जल्द समझ लेते हैं. इसका फायदा यह होता है कि अगर कोई काम करने में सीनियर्स (Seniors) असहज महसूस कर रहे हों तो उसकी जिम्मेदारी जूनियर्स के हाथों में दे दी जाती है. ऐसा होने से वे काम व कंपनी के प्रति और निष्ठावान हो जाते हैं.
ध्यान रखें कि आगे बढ़ने के लिए उन्हें कई तरह की चुनौतियों का सामना करना ही पड़ता है.
काम आएंगे ये ग्रूमिंग टिप्स
उम्र या अनुभव कम होने से आपके इरादों में कोई कमी नहीं आनी चाहिए. अगर आप ठान लेंगे कि आपको कुछ कर दिखाना है तो लोगों का विश्वास भी बहुत जल्द हासिल कर लेंगे. पहली नौकरी (First Job) में ऑफिस के कल्चर (Office Culture) के साथ सामंजस्य बिठाने के काम आएंगे ये ग्रूमिंग टिप्स (Grooming Tips)-
1. अपने बहुमूल्य समय का भरपूर फायदा उठाएं. उसे बर्बाद करने के बजाए नया सीखने और संपर्क बनाने में लगाएं. इससे आपको न सिर्फ अपने आज में फायदा मिलेगा, बल्कि आपका कल भी बहुत बेहतर बन सकेगा.
2. जहां भी कुछ समझ न आ रहा हो तो सीनियर्स से उसके बारे में पूछने से न घबराएं. यह भी ध्यान रखें कि कई मामलों में पहल आपको ही करनी पड़ सकती है. अगर सीनियर्स को लगेगा कि आपमें सीखने की ललक है, तभी वे आपको कुछ सिखाने या समझाने में रुचि लेंगे.
3. हारने से कभी न घबराएं. सीढ़ी-दर-सीढ़ी चढ़ने से ही सफलता मिलती है. ऐसे में कई बार आप लड़खड़ा भी सकते हैं पर संभल जाने में ही भलाई होती है. सब कुछ तुरंत हासिल नहीं हो जाता है, किसी जीत या तारीफ के लिए थोड़ा समय जरूर लगता है.
4. आपके काम के लिए जरूरी हर नया सॉफ्टवेयर या तकनीक सीखें. इससे आप नई टेक्नोलॉजी (Technology) से अपडेट रह सकेंगे, जोकि बेहद जरूरी है.
5. शुरुआत में सैलरी (Salary) कम होने पर किसी को कोसने के बजाय मनी मैनेजमेंट (Money Management) की आदत डालें. इससे आपको कहीं भी रहने-खाने में दिक्कत महसूस नहीं होगी. बहुत ज्यादा कंजूसी न करें मगर सही बजट बनाकर चलना भी बहुत जरूरी होता है.
6. किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा न करें. जोश में इतना ज्यादा काम भी न ले लें कि उसे समय से पूरा न किया जा सके. हर दिन का एक टाइमटेबल (Time Table) और टार्गेट (Target) निर्धारित करने से आपको काफी आसानी रहेगी.
7. कभी भी शॉर्टकट (Shortcut) न अपनाएं. सफलता के लिए हमेशा सही रास्ते पर ही कदम बढ़ाएं.
इन ग्रूमिंग टिप्स (Grooming Tips) की मदद से आप अपनी टीम में अपनी मजबूत जगह जरूर बना लेंगे.