पेटीएम मॉल (Paytm Mall) के डेटा में सेंध लगी है. अमेरिका के साइबर रिस्क इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म Cyble ने एक रिपोर्ट में कहा है कि जॉन विक नाम से परिचालन करने वाला एक साइबरक्राइम ग्रुप पेटीएम मॉल के पूरे डेटाबेस की अनरिस्ट्रिक्टेड एक्सेस हासिल करने में सफल हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, Cyble का कहना है कि हैकर ग्रुप ने फिरौती के रूप में 10 Ethereum (क्रिप्टोकरंसी) मांगे हैं, जो लगभग 4000 डॉलर और इंडियन करेंसी में तकरीबन 3 लाख रुपये बैठते है.
हैकर ग्रुप का यह भी कहना है कि उन्हें पेटीएम मॉल से यह फिरौती मिल रही है. Cyble को सूत्रों से मिले मैसेजेस में यह भी कहा गया है कि हैकर ग्रुप ने दावा किया है कि यह हैकिंग पेटीएम मॉल के किसी अंदर के आदमी के कारण हुई है. Financial Express Online स्वतंत्र रूप से इस रिपोर्ट को वेरिफाई नहीं कर सका है.
Paytm Mall के प्रवक्ता ने डेटा में इस कथित सेंधमारी को लेकर प्रतिक्रिया में आश्वस्त किया है कि यूजर और कंपनी डेटा सुरक्षित हैं. कंपनी की डेटा सिक्योरिटी मजबूत है. कंपनी ने संभावित हैक और डेटा सेंधमारी के दावों की जांच की है और अभी त क सुरक्षा में कोई कमी नहीं मिली है. आगे कहा कि पेटीएम मॉल बग बाउंटी प्रोग्राम चलाता है, जहां किसी भी तरह के सुरक्षा जोखिमों को खुलासा करने वाले को रिवॉर्ड मिलता है. हम सिक्योरिटी रिसर्च कम्युनिटी के साथ बड़े पैमाने पर काम करते हैं और सुरक्षा से जुड़ी किसी भी खामी को सुरक्षित ढंग से दूर करते हैं.
डेटा चोरी की पहले भी आ चुकी हैं रिपोर्ट
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पेटीएम में डेटा चोरी की खबरें सामने आई हैं. 2018 में भी ऐसी खबर आई थी कि पेटीएम की इंप्लॉई सोनिया धवन ने कथित रूप से फाउंडर विजय शेखर शर्मा का प्राइवेट डेटा चुराया और 10 करोड़ रुपये की फिरोती लेने की कोशिश की. हालांकि बाद में मार्च में ऐसा कहा गया कि उन्होंने कंपनी ज्वॉइन कर ली.
नया नहीं है यह हैकर ग्रुप
Cyble के मुताबिक, हैकर ग्रुप कुछ अन्य नामों से भी परिचालन कर चुका है जैसे साउथ कोरिश और HCKINDIA. इस ग्रुप की टैक्टिक्स में से एक है कि वह कंपनियों या विक्टिम्स को बग्स फिक्स करने में मदद की पेशकश करता है. इससे पहले यह ग्रुप Zee5, SquareYards, Stashfin, Sumo Payroll, Square Capital, i2ifunding, e27 आदि को भी अपना शिकार बना चुका है.