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आज खत्म हुई लोन मोरेटोरियम की स्कीम, जानिए अब क्या हैं EMI घटाने के तरीके?

नई दिल्ली: लॉकडाउन और कोरोना संकट की वजह से रिजर्व बैंक ने होम लोन ग्राहकों को EMI चुकाने पर 6 महीने की मोहलत दी थी, जिसे मोरेटोरियम कहते हैं. आज यानि 31 अगस्त को उसकी आखिरी तारीख है. यानि आज से लोन EMI को चुकाने पर मिल रही मोहलत खत्म हो रही है. अब कल यानि 1 सितंबर से होम लोन की EMI शुरू हो जाएगी

ऐसे में होम लोन ग्राहकों के सामने ये सवाल है कि अब वो क्या  करेंगे. अपने होम लोन की EMI को कैसे चुकाएंगे या मैनेज करेंगे. यहां हम आपको समझाने जा रहे हैं कि अब आपके पास क्या विकल्प हैं. आप कैसे अपने होम लोन की EMI को कम कर सकते हैं.

ऐसे होम लोन की EMI कम हो सकती है
पिछले 18 महीने के दौरान रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 225 बेसिस प्वाइंट यानि 2.25 परसेंट की कटौती की है. बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों ने नए लोन पर अपनी ब्याज दरें 9 परसेंट से घटाकर 7 परसेंट के करीब कर दी हैं. लेकिन कई मौजूदा होम लोन ग्राहक अब भी 8.5 से लेकर 9 परसेंट पर लोन चुका रहे हैं.

ऐसे ग्राहकों को अपने बैंक से बात करनी चाहिए, और अपने लोन को कम ब्याज पर शिफ्ट करवाना चाहिए. इसके लिए बैंक कुछ कनवर्जन फीस भी चार्ज करते हैं, हालांकि ये बहुत ज्यादा नहीं होता है. ऐसा करने पर आपके लोन की EMI का बोझ कम होगा. आपका पुराना लोन नए पर शिफ्ट हो जाएगा.

अब कितने रुपये की बचत होगी?
मान लीजिए आपको होम लोन के अभी 20 लाख रुपये चुकाने हैं. जिसकी EMI 8.5 परसेंट की दर से भर रहे हैं, 15 साल तक इस लोन को और भरना है. तो मौजूदा EMI हुई 19695 रुपये.
अगर बैंक को आप कनवर्जन फीस चुकाकर अपना लोन 7.5 परसेंट पर शिफ्ट करवा लेते हैं तब आपकी EMI हो जाएगी 18540, यानि महीने की 1155 रुपये की बचत.
अगर आप EMI में कोई बदलाव नहीं करना चाहते, तो लोन की अवधि में कमी करवा सकते हैं. इसमें कम से कम डेढ़ साल का फर्क आएगा.  

फिक्स्ड डिपॉजिट से घटा सकते हैं EMI
अगर आपके पास फिक्स्ड डिपॉजिट में कुछ पैसा है तो इसका इस्तेमाल आप लोन का कुछ हिस्सा चुकाने में कर सकते हैं. ऐसे में आप पर EMI का बोझ कम हो जाएगा. लेकिन ऐसा करने से पहले आप जीवन यापन की परिस्थितियों को अच्छे से समझ लें.

दरअसल, कम ब्याज देने वाले बचत खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा रखकर ऊंचे ब्याज वाले होम लोन को चुकाना अक्लमंदी नहीं कही जाएगी. अभी SBI के 1 से 3 साल के टर्म डिपॉजिट पर 5.1 परसेंट का ब्याज मिलता है, जबकि होम लोन पर आप 8.5 परसेंट का ब्याज चुका रहे हैं. बेहतर होगा FD के पैसे से आप अपना होम लोन चुकाएं और EMI का बोझ कम करने की कोशिश करें. ये करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से मशवरा जरूर कर लें.

क्या भविष्य में लोन मोरेटोरियम लेना चाहिए?

लोन की EMI में राहत एक अच्छी सुविधा उनके लिए जरूर हो सकती है, जिनके पास EMI चुकाने के पैसे नहीं हैं. लेकिन इसे एक लग्जरी या बेवजह बने मौके की तरह इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. क्योंकि मोरेटोरियम के दौरान लगातार चढ़ते ब्याज से आपकी परेशानी बढ़त सकती है. अगर आप इस हालत में हैं कि लोन चुका सकें तो जरूर चुकाएं.

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