नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के पहले से ही ब्याज दरों में गिरावट का दौर लगातार जारी है. यही कारण है कि अब सेविंग्स बैंक अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज के अलावा आपकी बचत योजनाओं पर भी कम ब्याज मिल रहा है. इसी क्रम में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज भी कम हो गया है. कम ब्याज दर के इस माहौल में भी अगर आप एफडी पर ज्यादा ब्याज कमाने की सोच रहे तो चिंता मत कीजिए. आज हम आपको बताने जा रहें कि कहां आपको एफडी पर ज्यादा ब्याज मिल रहा है. श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस (Shriram City Union Finance ) एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जिसने ‘श्रीराम सिटी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम’ को लॉन्च किया है. यहां आपको 8 फीसदी से भी ज्यादा ब्याज मिल रहा है.
ऐसे मिल रहा 8.4 फीसदी दर से ब्याज
60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए यहां नॉन-क्युमुलेटिव ऑप्शन पर 8.4 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. जबकि सीनियर सिटिजंस को 0.4 फीसदी ज्यादा दर पर ब्याज मिल रहा है. इस प्रकार यह एनबीएफसी सीनियर सिटिजंस को अधिकतम 8.8 फीसदी की एफडी दर पर ब्याज दे रहा है.
दूसरी तरफ, 60 साल से कम उम्र के इन्वेस्टर्स के लिए एफडी के क्युमुलेटिव आॅप्शन पर 8.09 फीसदी बयाज मिल रहा है. वहीं, सीनियर सिटिजंस को 0.4 फीसदी ज्यादा यानी कुल 8.49 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. यह केवल उन्हीं लोगों के लिए उपलब्ध होगा, जो क्युमुलेटिव एफडी का विकल्प चुनते हैं.
इस दर पर, 60 साल की उम्र वाले इन्वेस्टर्स अगर 5 साल के क्युमुलेटिव ऑप्शन को चुनते हैं तो उन्हें कुल 9.94 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलेगा. सीनियर सिटिजंस के लिए इस विकल्प के तहत प्रभावी ब्याज दर 10.53 फीसदी का है.
चूंकि, ब्याज दर मासिक आधार पर संचति होता है. ऐसे में क्युमुलेटिव |प्शन अपने आप में एक ऐसा एफडी विकल्प है, जहां आम एफडी की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलता है. श्रीराम सिटी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम ICRA ने MAA+ रेटिंग दी है. यह उच्च क्रेडिट रेटिंग के दायरे में आता है. इसका मतलब है कि कंपनी मूल रकम या उसपर मिलने वाले ब्याज में कोई डिफॉल्ट नहीं करती है.
श्रीराम ग्रुप की यह डिपॉजिट एक्सेप्टिंग एनबीएफसी है, जिसे 1986 में खोला गया था. यह एनबीएफसी बिजनेस लोन, टू-व्हीलर लोन, होम लोन, पर्सनल लोन व गोल्ड लोन लिया आॅफर करता है. मौजूदा खुदरा महंगाई दर 7 फीसदी की है. ऐसे में अगर आप इस एनबीएफसी में एफडी कराने का विकल्प चुनते हैं तो आपको महंगाई को भी मात देने में मिल सकती है.