इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने शनिवार को 50 कर्मचारियों से ज्यादा वाले बिजनेस के लिए आरोग्य सेतु के ऐप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) को खोल दिया है. मंत्रालय ने बयान में कहा कि इससे आरोग्य सेतु का स्टेटस चेक करने में मदद मिलेगी. संगठन अपने कर्मचारियों की सेहत की स्थिति पर नजर रख सकेंगे. इसके साथ ही कोई दूसरा यूजर जो अपने हेल्थ स्टेटस को शेयर करने की सहमति देता है, उसकी भी जानकारी रख सकेंगे.
ओपन API या पब्लिक API सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है जिसकी मदद से ऐप्लीकेशन प्रोग्राम को डेटा शेयर करने में मदद मिलती है.
प्राइवेसी पर पूरा ध्यान
API केवल भारत में रजिस्टर्ड कारोबारों के लिए उपलब्ध होगा और यह यूजर द्वारा सहमति दिए जाने पर केवल आरोग्य सेतु का स्टेटस और यूजर का नाम साझा करेगा. मंत्रालय ने कहा कि API के जरिए कोई दूसरा पर्सनल डेटा उपलब्ध नहीं कराया जाएगा.
आरोग्य सेतु ऐप को 2 अप्रैल 2020 को कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में मदद करने के लिए लॉन्च किया गया था. मंत्रालय ने कहा कि ऐप अब दुनिया में सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाला कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप बन गया है. इसके 15 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हो गए हैं. इसके साथ 6.6 मिलियन से ज्यादा ब्लूटूथ कॉन्टैक्ट्स की ट्रेसिंग की गई है. मंत्रालय ने कहा कि ब्लूटूथ कॉन्टैक्ट ट्रसिंग और टेस्टिंग बहुत प्रभावशाली और कुशल है.
कैसे काम करता है यह ऐप ?
बता दें कि आरोग्य सेतु ऐप आपको यह बताने के लिए आप जोखिम में हैं, ब्लूटूथ और जीपीएस का इस्तेमाल करता है. जहां जीपीएस रियल टाइम में व्यक्ति की लोकेशन को ट्रैक करता है, ब्लूटूथ जब व्यक्ति नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के नजदीक आने पर ट्रैक करेगा. यह 6 फीट तक की दूरी पर आने पर ट्रैक करता है. आरोग्य सेतु का भारत सरकार के सामने आए हुए मामलों का डेटा बेस का एक्सेस रहेगा.