नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते डॉक्टर्स लोगों को अपना इम्यूनिटी सिस्टम (Immunity System) स्ट्रोंग रखने की सलाह देते है. यदि आपकी इम्यूनिटी कमजोर है तो आपको वायरस का खतरा बढ़ जाता है. इम्यूनिटी हमारे शरीर की टॉक्सिन्स से लड़ने की क्षमता रखती है. अगर हमारी इम्यूनिटी मजबूत है तो यह हमे न सिर्फ सर्दी और खांसी से बचाती है बल्कि हेपैटाइटिस (Hepatitis), लंग इनफेक्शन (Lung Infection), किडनी इनफेक्शन (Kidney Infection) सहित और कई बीमारियों से हमारा बचाव होता है. इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे कि पहले से कोई बीमारी या फिर जरूरत से ज्यादा सिगरेट या शराब पीने की आदत. इसके अलावा पूरी नींद ना लेने और खराब खान-पान से भी इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इटावा के पूर्व सीएमओ अंकुर चक्रवर्ती बताते हैं की अगर शरीर में ये 6 लक्षण दिखते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर है.
हर समय थकान महसूस होना
हमेशा थकान और सुस्ती महसूस होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे की नींद पूरी ना होना, तनाव (Tension), एनीमिया (Anemia) या क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम. अगर आपको इसकी वजह पता नहीं चल रही है और पूरी नींद लेने के बाद भी आप थकान महसूस करते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है.
बार-बार संक्रमण होना या ऐलर्जी
अगर आपको लगता है कि आप दूसरों की अपेक्षा बार-बार बीमार होते हैं, जुकाम की शिकायत रहती है, खांसी, गला खराब होना या स्किन रैशेज जैसी समस्या रहती है तो बहुत पॉसिबल है कि यह आपके इम्यून सिस्टम की वजह से हो.
घाव भरने में समय लगना
घाव भरने के दौरान स्किन पर सूखी पपड़ी बनती है जो खून को शरीर से बाहर निकलने से रोकती है. अगर आपका घाव जल्दी नहीं भरता है तो हो सकता है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो गया हो.
विटमिन डी की कमी
विटमिन डी (Vitamin-D) इम्यूनिटी को बढ़ाता है और ज्यादातर लोगों में इसकी कमी होती है. अगर आपकी ब्लड रिपोर्ट में विटमिन डी की कमी है तो आपको इसका लेवेल सही करने की हर कोशिश करनी चाहिए. इसके अलावा लगातार थकान, आलस या ऐसे घाव जो लंबे वक्त तक न भरें, नींद न आना, डिप्रेशन और डार्क सर्कल भी कमजोर प्रतिरोधक क्षमता की निशानी है.
पाचन की समस्या
आंतों में मौजूद बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम पर सीधा प्रभाव डालते हैं. अगर आपको बार-बार दस्त, अल्सर, गैस, सूजन, ऐंठन, या कब्ज की शिकायत रहती है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका इम्यून सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा है.