नई दिल्ली. चीनी कंपनी वीवो से करार खत्म करने के बाद आईपीएल 2020 (IPL 2020) के मुख्य प्रायोजक के लिए बीसीसीआई (bcci) को नया स्पॉन्सर मिल पाया है. ड्रीम इलेवन आईपीएल के 13वें सीजन का टाइटल स्पॉन्सर होगा. इस रेस में टाटा ग्रुप सहित बड़े नाम शामिल थे, मगर ड्रीम इलेवन ने 222 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अधिकार हासिल कर लिए. ड्रीम11 पहले से ही पिछले कुछ वर्षों से आईपीएल के प्रायोजन से जुड़ा है. आईपीएल अध्यक्ष बृजेश पटेल ने कहा कि ड्रीम11 ने 222 करोड़ रुपये की बोली के साथ अधिकार हासिल किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कि टाटा समूह ने अंतिम बोली नहीं लगाई, जबकि दो कंपनियां बायजूस (201 करोड) और अनएकेडमी (170 करोड़) क्रमश दूसरे और तीसरे स्थान पर रहें. एक खबर के मुताबिक ड्रीम 11 ने अपनी वित्तीय बोली के दम पर आईपीएल 2020 के मुख्य प्रायोजक का अधिकार हासिल किया. भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध के कारण वीवो और बीसीसीआई ने इस सत्र के लिए प्रति वर्ष 440 करोड़ रुपये के करार को निलंबित कर दिया था. इस रेस में पंतजलि भी शामिल था , मगर बाद में उसने खुद को प्रक्रिया से अलग कर लिया था.
2022 तक था वीवो के साथ करार
बीसीसीआई चीनी कंपनी वीवो (VIVO) के साथ करार सस्पेंड करने के मूड में नहीं थी. जून में उसके कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा था कि बीसीसीआई का वीवो के साथ करार तोड़ने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने दलील दी थी कि चीनी कंपनी से आ रहे पैसे की वजह से हिंदुस्तान को ही फायदा हो रहा है ना कि चीन को.
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भी वीवो को आईपीएल का मुख्य प्रायोजक बरकरार रखा गया था. इसके बाद दबाव के कारण बीसीसीआई और चीनी कंपनी ने साल 2020 के लिए अपना करार सस्पेंड कर दिया था. बीसीसीआई को वीवो से सालाना 440 करोड़ रुपये मिलते थे और दोनों के बीच करार 2022 तक था.