नई दिल्ली. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 1 जुलाई से अपने एटीएम निकासी नियमों (ATM Withdrawal Rules) में बदलाव किया है. अगर इन नियमों का पालन नहीं किया गया, तो ग्राहकों पर जुर्माना लगेगा. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, SBI मेट्रो शहरों में अपने नियमित बचत खाताधारकों (Saving Account Holders) को एटीएम से एक महीने में 8 मुफ्त लेनदेन करने की अनुमति देता है. मुफ्त ट्रांजैक्शन की लिमिट पार करने पर ग्राहकों से प्रत्येक लेनदेन पर चार्ज लिया जाता है.
SBI एक महीने में अपने नियमित बचत खाताधारकों को 8 मुफ्त लेनदेन की अनुमति देता है. इनमें 5 एसबीआई एटीएम और किसी अन्य बैंक के 3 एटीएम से मुफ्त लेनदेन शामिल है. गैर-मेट्रो शहरों में 10 मुफ्त एटीएम लेनदेन होते हैं, जिसमें 5 लेनदेन एसबीआई से किए जा सकते हैं, जबकि 5 अन्य बैंकों के एटीएम से. बैंक खाते में 1,00,000 रुपये से ज्यादा का औसत मासिक बैलेंस करने वाले बचत खाताधारकों को स्टेट बैंक ग्रुप (SBG) व अन्य बैंकों के एटीएम में असीमित लेनदेन की सुविधा देती है.
विफल ATM ट्रांजैक्शन चार्ज
खाते में ज्यादा बैलेंस ना होने की स्थिति में अगर ट्रांजैक्शन फेल हो जाती है, तो SBI खाताधारकों से 20 रुपये शुल्क के साथ जीएसटी वसूलेगा.
OTP के साथ SBI एटीएम से नकद निकासी
एसबीआई ने एटीएम से 10 हजार रुपये से अधिक नकद निकासी के नियमों में भी बदलाव किया है. अब अगर आपर एसबीआई के एटीएम से 10 हजार रुपए से अधिक रकम निकालते हैं तो आपको ओटीपी (OTP) की जरूरत होगी. यह नई सुविधा 1 जनवरी 2020 से लागू हो गई है. बैंक की इस सुविधा के तहत खाताधारकों को रात के 8 बजे से लेकर सुबह के 8 बजे तक SBI के एटीएम से कैश निकालने के लिए ओटीपी की जरूरत होगी.
बैंक की ये सुविधा खाताधारकों को सिर्फ SBI के एटीएम में मिलेगी. अगर आप बाकी किसी दूसरे एटीएम से कैश निकालते हैं तो पहले की तरह आराम से निकाल सकते हैं. आपको किसी ओटीपी की जरूरत नहीं होगी.