Ayushman Bharat-PMJAY: मोदी सरकार अपनी लोकप्रिय स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का विस्तार करेगी जिसके तहत देश के गैर-गरीब लोगों को भी कवर मिलेगा. इसके साथ AB PM-JAY के तहत अब केंद्र सरकार की सभी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को एकीकृत किया जाएगा. केंद्र सरकार की इस बड़ी योजना के तहत देश के 10.74 करोड़ गरीब और वंचित परिवारों यानी 50 करोड़ लोगों को सालाना 5 लाख रुपये प्रति परिवार का कवर द्वितीयक व तृतीयक केयर कंडीशंस के लिए मिलता है.
इन लोगों को किया जाएगा शामिल
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के गवर्निंग बोर्ड, जो योजना का क्रियान्वयन करता है, उसने गुरुवार को देश के मिसिंग मिडल या गैर-गरीब आबादी के लिए इंश्योरेंस पायलट का संचालन करने की मंजूरी दे दी. इसमें कई वर्ग शामिल हैं जैसे असंगठित क्षेत्र के कर्मी, सेल्फ-एंप्लॉयड, पेशेवर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के कर्मचारी. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने AB PM-JAY के क्रियान्वयन को रिव्यू करने के लिए बैठक की अध्यक्षता की थी.
सरकार ने कहा कि इस मिसिंग मिडल के लिए इंश्योरेंस पायलट से उसे यह जानने में मदद मिलेगी कि क्या काम करता है और क्या नहीं. इसके साथ स्वैच्छिक तौर पर खुद भुगतान वाले कवर की जटिलताएं क्या हैं , खासकर असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए, विपरीत सिलेक्शन, किफायती, पहुंच और वितरण, कस्टमर फीडबैक आदि से जुड़े मुद्दों के बारे में भी पता चलेगा.
आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना
इसके अलावा AB PM-JAY पर कोविड-19 के असर पर भी चर्चा की गई. महामारी के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी को लेकर चुनौतियों और अलग-अलग राज्यों में निजी स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने वालों के प्रदर्शन पर भी बात हुई.
बता दें कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat-PMJAY) दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है. इसे सितंबर 2018 में लॉन्च किया गया था. PM-JAY का मकसद देश की आबादी में बॉटम 40 फीसदी में आने वाले गरीब, वंचित ग्रामीण परिवारों और शहरी श्रमिकों के परिवारों की चिन्हित कैटेगरी को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देना है.