नई दिल्ली. क्या आपको पता है कि कम ब्याज दर के इस दौर में कुछ ऐसे भी बैंक हैं जो सेविंग्स बैंक अकाउंट पर 7 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं? बैंक में सेविंग्स अकाउंट के जरिए ही सैलरी, इन्वेस्टमेंट्स और लोन EMI मैनेज हो जाते हैं. ऐसे में आपको इस बात पर भी जरूरत विचार करना चाहिए कि जो रकम आप अपने सेविंग्स अकाउंट (Savings Account) में डालते हैं, उसपर आखिर कितने फीसदी ब्याज का लाभ मिल रहा है. दरअसल, आरबीआई ने नीतिगत ब्याज दरों में लगातार कटौती की है, जिसके बाद बैंकों ने भी ब्याज दरों में भी कटौती की हैं.
आईडीएफसी बैंक, बंधन बैंक और इंडसइंड बैंक अपने ग्राहकों को सेविंग्स बैंक अकाउंट पर 7 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं. आमतौर पर सेविंग्स अकाउंट में पड़े पैसों पर एक नॉमिनल दर पर ही ब्याज मिलता है. लेकिन, कुछ बैंक इस पर अन्य कॉमर्शियल बैंकों की तुलना में बेहतर ब्याज दे रहे हैं. इनमें से कई बैंक छोटे स्तर के या नये बैंक शामिल हैं.
BankBazaar द्वारा जुटाए आंकड़ों के अनुसार, 10 में से 8 छोटे और प्राइवेट बैंक सेविंग्स अकाउंट पर बेहतर ब्याज दे रहे हैं. अन्य दो बैंक स्मॉल फाइनेंस बैंक हैं. ये बैंक इन ब्याज दरों को ज्यादा इसलिए भी रखते हैं ताकि वो नये ग्राहकों को आकर्षित कर सकें.
इन बैंकों के सेविंग्स अकाउंट पर मिल रहा ज्यादा ब्याज
आईडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को सेविंग्स अकांउट पर 6 से 7 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. इस बैंक में ग्राहकों को हर महीने औसतन 10 हजार रुपये मेंटेन करना अनिवार्य है. दूसरे नंबर पर आरबीएल बैंक है, जो 4.75-6.75 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. इस बैंक में मिनिमम बैलेंस (Average Minimum Balance) की लिमिट 500 रुपये से लेकर 2,500 रुपये तक की है. सेविंग्स अकांउट पर सबसे ज्यादा ब्याज देने वाले बैंकों की लिस्ट में बंधन बैंक है, जो 4-7.15 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. इसमें औसत न्यूनतम बैलेंस की लिमिट 5,000 रुपये तक की है.
इसके बाद इंडसइंड बैंक है जो 4 से 6 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. इस लिस्ट में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक क्रमश: 4-7 फीसदी और 4 से 6.5 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं. इसके बाद यस बैंक है जो 4 से 6 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. इस बैंक औसत न्यूनतम बैलेंस की लिमिट 10,000 रुपये है. लक्ष्मी विलास बैंक भी इस लिस्ट में है, जो 3.25 फीसदी से लेकर 5.75 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. इस बैंक में औसतन तिमाही न्यूनतम बैलेंस की लिमिट 500-1,000 रुपये है.
क्या है प्रमुख बैंकों के सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज?
इस तुलना में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के लगभग सभी बड़े बैंक सेविंग्स अकाउंट पर बेहद कम दर पर ब्याज दे रहे हैं. उदाहरण के तौर पर देखें तो भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा क्रमश: 2.75 फीसदी और 2.75-3 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं. एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक 3 से 3.5 फीसदी की दर से ब्याज दे रहे हैं. एक्सिस बैंक की बात करें तो इस बैंक में ग्राहकों को सेविंग्स अकाउंट पर 3 से 4 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. स्मॉल फाइनेंस बैंक में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक 4 से 7 फीसदी की दर से ब्याज दे रहा है. वहीं, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक 4 से 6.5 फीसदी की दर से सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दे रहा हैं.
सेविंग्स अकाउंट को लेकर इन बातों का रखें ध्यान
हालांकि, ग्राहकों को अपने सेविंग्स अकाउंट के लिए बैंक चुनते समय कई बातों को ध्यान में रखना चाहिए. जैसे उन्हें बैंक लंबी अवधि में ट्रैक रिकॉर्ड, अच्छी सर्विस स्टैंडर्ड्स, बेहतर ब्रांच व एटीएम सर्विसेज नेटवर्क को ध्यान में रखना जरूरी है. अगर इस पर ग्राहकों पर अच्छा ब्याज मिल रहा तो यह उनके लिए बोनस होगा.