कोरोना वायरस की महामारी के बीच पूरी दुनिया को कोविड वैक्सीन का इंतजार है. लेकिन इस बीच एक्सपर्ट इस बात से डरे हुए हैं कि लोग कोविड वेक्सीन को लेकर कुछ ज्यादा ही उम्मीद पाले हुए हैं. साउथ मार्निंग चाइना पोस्ट के अनुसार इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह वैक्सीन कोई जादुई गोली (Magic Bullet) नहीं होगी जो कोरोना वायरस को पलक झपकते खत्म कर देगी. डब्लूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेब्येयियस ने कहा कि हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है इसलिए सबको साथ मिलकर प्रयास करने होंगे.
जानकारों ने भी दी चेतावनी
अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथोनी स्टीफन फॉसी के वरिष्ठ सलाहकार डेविड मारेंस ने कहा कि वैक्सीन बनाने का हर प्रयास एक अंध परीक्षण की तरह होता है. जो शुरुआत में तो अच्छे परिणामों के साथ आता है लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं होती कि अंतिम चरण में भी वह वैक्सीन अपने ट्रायल के दौरान सफल साबित हो. हम आशा करते हैं कि हम पहली बार में ही इसे सही से कर पाएंगे और 6 से 12 महीनों के भीतर हमारे पास एक अच्छी वैक्सीन होगी.
इस साल ही रूस बाजार में उतार सकता है वैक्सीन
कोरोना वायरस महामारी के इलाज को लेकर बड़ी खबर यह है कि पहली कोविड वैक्सीन का आम लोगों के लिए इस्तेमाल इसी साल अक्टूबर से शुरू होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं. रूस ने दावा किया है कि वह देश में अक्टूबर से ही मास वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू करने वाला है. इसके तहत सबसे पहले डॉक्टर्स और टीचर्स को वैक्सीन दी जाएगी, इसके बाद इमरजेंसी सर्विसेज से जुड़े लोगों का नंबर आएगा. बता दें कि रूस में इस वैक्सीन को 12 अगस्त तक मंजूरी मिल सकती है. इसका क्लीपिकल ट्रॉयल सफल रहा है.
WHO: अगले साल तक ही आ पाएगी वैक्सीन
हालांकि पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह साफ किया था कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने वाली पहली वैक्सीन 2021 के पहले बाजार में आनी मुश्किल है. लेकिन लगता है कि WHO का यह आंकलन गलत साबित होने वाला है.
जानकारों ने जताई आशंका
हालांकि रूस ने अबतक इस वैक्सीन के बारे में साइंटिफिक डाटा नहीं जारी किया है. इसलिए इस वैक्सीन की सेफ्टी और एफिशिएंसी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. वैक्सीन का 3 अगस्त के बाद तीसरे फेज का ट्रॉयल होना है. इसके दूसरे फेज का ट्रॉयल हो चुका है. पहले भी ऐसी रिपोर्ट आई थी कि तीसरे फेज के ट्रॉयल के समानांतर ही इसके इस्तेमाल करने की इजाजत मिल सकती है.
ये वैक्सीन भी लाइन में
इसके अलावा भी कुछ देशों की कंपनियों का दावा है कि उनके क्षरा बनाई जा रही है वैक्सीन जल्द बाजार में आएगी. इनके ट्रॉयल में 99% से 100% असरदार होने का दावा किया गया है. इसमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा डेवलप की जा रही ऑक्सफोर्ड वैक्सीन, चीन की एक कंपनी Sinovac बायोटेक द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन, अमेरिकी कंपनी Moderna की वैक्सीन, भारत की फार्मा कंपनी सेरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन, भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘COVAXIN’, भारत में फार्मा कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) की कोविड-19 वैक्सीन ZyCoV-D शामिल हैं.