नई दिल्ली: अगर आप सोचते हैं कि मच्छरों को पूरी तरह से खत्म कर देना ही इनसे जुड़ी बीमारियों से निजात पाने का एकमात्र इलाज है तो आप गलत सोचते हैं, क्योंकि वैज्ञानिक मानते हैं कि मच्छरों को पूरी तरह से खत्म करना इंसान के लिए ठीक नहीं है. बीबीसी के मुताबिक पूरी दुनिया में मच्छरों की लगभग 3500 प्रजातियां पाई जाती हैं. और तो और इनमें से ज्यादातर नस्लें इसानों को एकदम तंग नहीं करतीं. ये मच्छर पौधों और फलों के रस पर जीवित रहते हैं न कि इंसानी खून पर. ऐसे में मच्छरों से बचने के लिए क्या उपाय हैं जो आप लोग कर सकते हैं आइए जानें.
सबसे पहले तो आदत बदलें और अब से पूरी बाजू के कपड़े पहनने शुरू करें. यह सबसे बेहतरीन उपाय है. आदत में यह भी डाल लें कि मच्छर मारने वाली दवा का प्रयोग करें. घर में, घर के आसपास और छत व बालकनी में इस दवा का इस्तेमाल करें.
तमाम कोशिशों के बाद भी यदि डेंगू हो जाए तो याद रखें कि यह प्लेटलेट्स पर असर डालता है. कहा जाता है कि डेंगू में एस्पिरिन नहीं लेनी चाहिए. और खासकर बच्चों को तो एस्पिरिन बिलकुल नहीं देनी चाहिए. डेंगू होने पर बुखार को काबू में करने के लिए डॉक्टर एसिटामिनोफेन देते हैं मगर यह भी डॉक्टरी सलाह पर ही लेनी होती है. डेंगू के मरीज को भरपूर आराम और तरल पदार्थ खाने चाहिए.
घरेलू उपाय के तौर पर कहा जाता है कि नीम का इस्तेमाल करना मच्छरों की रोकथाम के लिए अच्छा विकल्प है. नीम के कई फायदे होते हैं. इसके लिए आपको करना यह है कि नारियल के तेल और नीम को बराबर मात्रा में मिला कर पेस्ट बना लें. इसे शरीर के खुले हिस्सों पर क्रीम की तरह लगा लें. इसका शरीर पर असर आठ घंटे तक रहता है.
कपूर के कई फायदे हैं और मच्छरों को दूर भगाने में भी इसका रोल बताया जाता है. घर में कपूर का इस्तेमाल करें. अपने घर के अलग-अलग कमरे में कपूर जलाएं और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें. कुछ देर बाद जब आप कमरे में वापस लौट कर आएंगे तो देखेंगे कि एक भी मच्छर नहीं है आपके कमरे में.
कई लोग नींबू के रस और नीलगिरी के तेल को बराबर मात्रा में इस्तेमाल करने की सलाह भी देते हैं. इसके लिए करना यह है कि ये दोनों चीजें मिला कर पेस्ट तैयार कर लें. इसे भी शरीर के खुले हिस्सों पर क्रीम की तरह लगा लें.