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बाकी देशों के मुकाबले भारत में सबसे तेजी से फैल रहा कोरोना, एक हफ्ते में 20% बढ़े केस

नई दिल्‍ली. दुनियाभर में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस (Coronavirus) अब सबसे तेजी से भारत में ही फैल रहा है. दिनोंदिन यह बेहद तेजी से अपने पांव पसार रहा है. अब देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Covid 19) के एक दिन में 40 हजार से भी अधिक केस सामने आ रहे हैं. अगर इसके बढ़ने पर ध्‍यान दें तो पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते इसमें करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह आंकड़ा ब्‍लूमबर्ग कोरोना वायरस ट्रैकर का है. अब भारत कोरोना वायरस संक्रमण के कुल केस के मामले में सिर्फ अमेरिका और ब्राजील से पीछे है.

अगर कोविड 19 टेस्‍ट की बात करें तो ब्राजील और भारत में प्रति हजार आबादी पर सबसे कम टेस्‍ट किए गए हैं. भारत में प्रति हजार आबादी पर करीब 11.8 फीसदी टेस्‍ट किए, जबकि ब्राजील में 11.93 फीसदी टेस्‍ट ही किए गए. जबकि अमेरिका में प्रति हजार आबादी पर 152.98 टेस्‍ट हो रहे हैं.

भारत में घटी मृत्‍यु दर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि 18 जून को कोविड-19 से मृत्यु दर 3.33 प्रतिशत थी जो अब घटकर 2.25 प्रतिशत हो गई है. वहीं, मध्य जून में ठीक होने की दर करीब 53 प्रतिशत थी जो अब 64 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है. मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 35,176 मरीजों को छुट्टी मिलने के साथ देश में संक्रमण से ठीक हुए लोगों की संख्या 9,52,743 हो गई है. लगातार पांचवें दिन देश में 30,000 से ज्यादा लोग संक्रमण से ठीक हो गए.

28 जुलाई को सामने आए 47,703 नए केस

कोविड-19 के 47,703 नए मामले आने से मंगलवार को संक्रमित मरीजों की संख्या 14,83,156 हो गई. संक्रमण से 654 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 33,425 हो गई है. मंत्रालय ने बताया, ‘मध्य जून में कोविड-19 से मृत्यु दर 3.33 प्रतिशत थी जो मंगलवार को घटकर 2.25 प्रतिशत हो गयी. भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां मृत्यु दर कम है.’

बेहतर कदम उठाए गए
मंत्रालय ने कहा है कि निषिद्ध क्षेत्र को लेकर बनायी गयी ठोस रणनीति, घर-घर जाकर जांच करने, जांच की संख्या बढ़ाने और अस्पताल के मामलों में प्रभावी प्रबंधन जैसे प्रयासों की बदौलत मृत्यु दर को कम करने में कामयाबी मिली है. मंत्रालय ने कहा कि अस्पतालों के बोझ को कम करना सुनिश्चित किया गया और बिना लक्षण वाले मरीजों को निगरानी में घर में पृथक-वास में रखने की पहल की गई.

केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों ने गंभीर मामलों से निपटने में प्रभावी तरीके अपनाए। स्वास्थ्य क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल करते हुए अत्यधिक जोखिम वाली आबादी की, प्राथमिकता के साथ देखभाल करने के लिए कदम उठाए गए. इन सब प्रयासों से देश में कोविड-19 की मृत्यु दर को कम करने में मदद मिली. इस दौरान, त्रि-स्तरीय अस्पतालों के ढांचे को भी बेहतर बनाया गया.

रिकवरी रेट बढ़ा
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मध्य जून में ठीक होने की दर 53 प्रतिशत थी जो मंगलवार को 64.24 प्रतिशत हो गई है. वर्तमान में संक्रमण के 4,96,988 मामले हैं और सारे मरीज चिकित्सकीय निगरानी में है. मंत्रालय ने कहा है कि एम्स, नई दिल्ली की विशेषज्ञ टीम द्वारा राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को संक्रमण के मामलों से निपटने में मदद की जा रही है. संक्रमित मरीज की जल्दी पहचान की जा रही है और उन्हें पृथक-वास में भेजा जा रहा है. इसके साथ ही अस्पताल के मामलों में प्रभावी प्रबंधन को लेकर कदम उठाए गए हैं. केंद्रीय दल का भी लगातार दौरा हो रहा है. इन सब प्रयासों की बदौलत मृत्यु दर कम हो रही है और ठीक होने की दर बेहतर हो रही है.

1,73,34,885 जांच की गई
लगातार दो दिनों तक एक दिन में पांच लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गई. देश में 26 जुलाई को 5,15,000 नमूनों और 27 जुलाई को 5,28,082 नमूनों की जांच की गई देश में अब तक कुल मिलाकर 1,73,34,885 जांच की गई है. भारत में जांच की क्षमता को और मजबूत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नोएडा, मुंबई और कोलकाता में तीन अत्याधुनिक जांच केंद्रों की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक होने की दर भी अन्य देशों के मुकाबले बहुत ज्यादा है और दिनोंदिन सुधार भी हो रहा है. मंत्रालय ने कहा कि देश में 1310 प्रयोगशालाएं हैं. इनमें से 905 सरकारी और 405 निजी प्रयोगशाला है.

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