मुंबई: पिछले पांच महीनों में कोरोना वायरस महामारी (COVID19) और लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से घर खरीदने वालों की संख्या में जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई है. इस बीच LIC ने नए ग्राहकों को लुभाने के लिए अपनी ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है. Home Loan देने वाली कंपनी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (LIC Housing Finance Ltd) ने बुधवार को कहा कि उसने आवास लोन (Home Loan) लेने वाले नए ग्राहकों के लिए ब्याज दर को घटाकर 6.90 प्रतिशत कर दिया है. आवास लोन पर यह अब तक की सबसे निम्न ब्याज दर है.
कम ब्याज पर लोन लेने की ये है शर्त
जिन ग्राहकों का सिबिल स्कोर (CIBIL Score) 700 अथवा इससे अधिक होगा उन्हें इस दर पर Home Loan उपलब्ध कराया जायेगा. एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने एक वक्तव्य में कहा है कि सिबिल में 700 या इससे अधिक स्कोर रखने वाले ग्राहकों के लिये 50 लाख रुपये तक के Home Loan पर ब्याज की दर 6.90 प्रतिशत से शुरू होगी. इसी प्रकार इतने ही स्कोर के साथ 80 लाख रुपये से अधिक Home Loan लेने वालों के लिये 7 प्रतिशत की ब्याज दर होगी.
एलआईसीएचएफएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ सिद्धार्थ मोहंती ने कहा, ‘‘कंपनी के होम लोन पर ब्याज दर अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है इसलिये ग्राहकों को कर्ज पर मासिक किस्त का भुगतान भी कम होगा. आकर्षक मूल्य अंकों और सस्ती ईएमआई से मकान खरीदने के लिये मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी.’’
उन्होंने कहा कि इस नये उत्पाद के जरिये कंपनी आवास क्षेत्र में मांग पैदा करना चाहती है. इससे पहले अप्रैल में कंपनी ने सिबिल में 800 अंक अथवा इससे अधिक स्कोर रखने वाले मकान खरीदने वाले नये ग्राहकों के लिये होम लोन पर ब्याज दर को घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया था.
मोहंती ने कहा कि रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर (Repo Rate)में कटौती किये जाने के बाद कोष की लागत में भी नरमी आई है. कंपनी के लिये कोष की लागत वर्तमान में 5.6 प्रतिशत के आसपास बनी हुई है. उन्होंने कहा कि कंपनी के कर्ज में से 25 प्रतिशत से भी कम कर्ज किस्त भुगतान पर लगी रोक के तहत है. वहीं कंपनी के निर्माण कार्य के लिये दिये गये 13,000 करोड़ रुपये के कर्ज में से 8,500 – 9,000 करोड़ रुपये किस्तों के भुगतान पर रोक के दायरे में है.
पेंशन भोगियों के लिए खास प्लान
कंपनी ने पेंशन भोगियों के लिये एक खास होम लोन उत्पाद, गृह वरिष्ठ, भी जारी किया है. इसके तहत कर्ज की अवधि ग्राहक के 80 साल की आयु पूरी होने तक अथवा अधिकतम 30 साल रखी गई है जो भी इसमें पहले होगा. इस योजना के तहत तैयार मकान खरीदने वाले ग्राहक को छह ईएमआई की छूट और निर्मार्णाधीन मकानों के लिये किस्त भुगतान पर 48 महीने की रोक अवधि जैसी सुविधायें भी उपलब्ध हैं.