नई दिल्लीः भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (एलआईसी) ने अपने 30 करोड़ से अधिक पॉलिसीधारकों के लिए डिजिटल भुगतान करते वक्त के लिए अलर्ट जारी किया है. कोरोना काल में ज्यादातर लोग अपनी पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान नेटबैंकिंग या फिर मोबाइल बैंकिंग के जरिए कर रहे हैं. हालांकि ऐसे में लोगों के साथ धोखाधड़ी भी हो रही है. इसलिए एलआईसी ने पॉलिसीधारकों को सचेत किया है. एलआईसी का बाजार में 70 फीसदी मार्केट शेयर है.
कैश से न करें भुगतान
एलआईसी ने पॉलिसीधारकों से कहा है कि अगर उन्होंने प्रीमियम भुगतान के लिए नेट बैंकिंग या फिर फोन बैंकिंग से खुद को रजिस्टर्ड कर लिया है तो फिर उनको शाखा में जाकर के कैश काउंटर में भुगतान नहीं करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार एक ही माह के लिए प्रीमियम के दो बार भुगतान होने की जानकारी सामने आ चुकी है. वैसे भी कोरोना काल में शाखा में भीड़ बढ़ाने की लोगों को जरूरत नहीं है.
पॉलिसी रिकॉर्ड में दर्ज हो सही पता
पॉलिसी के रिन्युअल के वक्त प्रीमियम रसीद को डाक द्वारा उस पते पर भेजा जाता है, जो पॉलिसी में दर्ज होता है. इसलिए हमेशा ही पॉलिसी रिकॉर्ड में सही पते को दर्ज करवाएं, क्योंकि इससे आपके पास हर बार प्रीमियम भुगतान की रसीद सही समय पर पहुंचेगी.
नहीं मिले रसीद तो करें ये काम
अगर किसी पॉलिसीधारक को रिन्युअल की प्रीमियम रसीद नहीं मिली है, तो फिर आपको अपनी शाखा से प्रीमियम भुगतान का सर्टिफिकेट मिल जाएगा. हालांकि किसी भी सूरत में डुप्लीकेट प्रीमियम रसीद जारी नहीं की जाएगी.
ऑनलाइन भुगतान के पहुंचने में हो सकती है देरी
फिलहाल, एलआईसी ने अपने डाटाबेस स्ट्रक्चर का विकेंद्रीकरण कर रखा है, जिसके चलते ऑनलाइन किए गए भुगतान को अपडेट करने में देरी हो सकती है. इससे खाते से निकली राशि की तारीख और पॉलिसी में भुगतान मिलने की तारीख अलग-अलग हो सकती है, जिसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है.
केवल इन बैंकों के साथ है साझेदारी
ऑनलाइन भुगतान के लिए एलआईसी ने चुनिंदा निजी बैंकों के अलावा कई डिजिटल सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ साझेदारी कर रखी है. इनमें HDFC Bank, ICICI Bank, www.billjunction.com, Timesofmoney.com और www.billdesk.com प्रमुख हैं, जहां पर प्रीमियम का भुगतान किया जा सकता है.