FINANCE

इन बैंकों में है आपका सेविंग अकाउंट, तो अब पैसे जमा करने पर भी देना होगा चार्ज

वर्त्तमान समय में बैंक में खाता रखना बेहद जरूरी हो गया है. बैंक में खाता होने से व्यक्ति कई लाभ को सीधे प्राप्त कर सकता है. सभी सरकारी योजनाओं के लाभ भी सीधे बैंक खातों (Bank Accounts) में ही ट्रांसफर किए जाते हैं. इन खातों में जमा धन पर बैंक ब्याज की सुविधा भी देता है लेकिन बैंक आपका खाता चलाने के एवज में फीस भी वसूलते हैं. कुछ बैंक ऐसे भी हैं जो तय सीमा से ज्यादा कैश डिपॉजिट (Cash Deposit) करने पर चार्ज लगाते हैं. ज्यादातर बैंकों में पहले कुछ ट्रांजैक्शन फ्री होते हैं. लेकिन बाद में इसके ट्रांजैक्शन पर भुगतान करना पड़ता है. यह 50-150 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन हो सकता है.

नकद लेनदेन या तो निर्धारित स्लैब के अनुसार या प्रति लेनदेन के आधार पर तय शुल्क के अनुसार लिया जाता है. आज हम आपको ऐसे बैंकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो कुछ लेनदेन के बाद अपने ग्राहक से चार्ज वसूलने लगते हैं…

ICICI Bank- आईसीआईसीआई बैंक मेट्रो शहरों में बचत खाता धारकों के लिए एक महीने में आठ मुफ्त एटीएम लेनदेन की अनुमति देता है. इसमें ICICI एटीएम से पांच लेनदेन और किसी अन्य बैंक के एटीएम से तीन लेनदेन शामिल हैं. मुक्त एटीएम उपयोग सीमा समाप्त करने के बाद, यह नकद लेनदेन के लिए 20 रुपये प्लस जीएसटी वसूलता है. गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए, 8.5 रुपये प्लस जीएसटी लेता है.

Bank of Maharashtra- बैंक ऑफ महाराष्ट्र की सभी ब्रांच में एक महीने में तीन लेनदेन मुफ्त हैं लेकिन उसके बाद बैंक अपने ग्राहक से जमा और निकासी पर 100 रुपये तक का शुल्क वसूलता है.

Axis Bank- एक्सिस बैंक खाताधारकों को 10 रुपये / 20 रुपये और 50 रुपये के बंडल पर 100 रुपये प्रति बंडल हैंडलिंग शुल्क पेश किया है. साथ ही ECS ट्रांजेक्शन पर 25 रुपये हर ट्रांजेक्शन पर देना होगा. ECS ट्रांजेक्शन पर पहले कोई शुल्क नहीं लगता था.

Kotak Mahindra Bank- कोटक महिंद्रा बैंक एक महीने में चार मुफ्त लेनदेन या 2 लाख रुपये तक के नकद लेनदेन (जिसमें स्वयं या तीसरे पक्ष द्वारा नकद जमा और निकासी शामिल है) की अनुमति देता है. एक बार सीमा समाप्त हो जाने के बाद बैंक 3.5 रुपये प्रति हजार चार्ज करता है, न्यूनतम 150 रुपये प्रति लेनदेन. इसके अलावा बैंक ने हर चौथे लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन 100 रुपये का नकद आहरण शुल्क पेश किया गया है.

इसके अलावा बैंक अपने कस्टमर्स को कैश विदड्रॉल, डिपॉजिट, फंड ट्रांसफर जैसी फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ बैंक स्टेटमेंट, लॉकर जैसी नॉन-फाइनेंशियल सर्विस देते हैं. इन सर्विसेज के एवज में बैंक कस्टमर्स से कुछ चार्ज वसूलते हैं. अलग-अलग सर्विस के आधार पर अलग-अलग बैंकों में ये चार्ज भिन्न होते हैं. इन चार्जेस में समय-समय पर संशोधन किया जाता है.

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