नई दिल्ली. अब अगर आपके पास कोई वैलिड डॉक्यूमेंट नहीं है तो भी आप SBI में अकाउंट खुलवा सकते हैं. खास बात यह है कि इस अकाउंट को खोलने लिए कोई वैलिड डैक्यूमेंट नहीं देना होता. एसबीआई द्वारा शुरू किए गए जीरो बैलेंस बचत खाते की सबसे खास बात यह कि इसे खोलने के लिए व्यक्ति को केवाईसी डॉक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं पड़ती. मालूम हो कि एसबीआई अपने ग्राहकों को रेगुलर सेविंग अकाउंट के अलावा एक अलग सेविंग अकाउंट यानी स्माल सेविंग अकाउंट खोलने का ऑप्शन देता है. इसमे ग्राहकों को केवाईसी की प्रक्रिया से गुजरना नहीं होता है. बैंक के मुताबिक, यह अकाउंट 18 साल से ज्यादा उम्र वाला व्यक्ति खोल सकता है. इसके बाद खाताधारक द्वारा डॉक्यूमेंट्स जमा करने पर यह स्मॉल अकाउंट सेविंग अकाउंट में तब्दील हो जाता है.
आइए जानते हैं जीरो बैलेंस अकाउंट की खासियतें
क्या जरूरत है: SBI के अनुसार, एसबीआई का स्मॉल अकाउंट खोलने वाले अधिकृत बैंक अधिकारी के पास आपको एक सेल्फ-अटेस्टेड फोटोग्राफ और हस्ताक्षर या अंगूठे का इंप्रेशन जमा करना होगा
मिनिमम-मैक्सिमम बैलेंस: SBI स्मॉल अकाउंट में आपको मिनिमम बैलेंस रखने का झंझट नहीं है. लेकिन इस अकाउंट में अधिकतम 50,000 रुपए रख सकते हैं.
ब्याज दर: सेविंग अकाउंट की तरह इस अकाउंट में भी ब्याज मिलता है. 1 करोड़ रुपए बैलेंस तक सालाना 3.50 फीसदी और 1 करोड़ रुपए से ज्यादा बैलेंस पर 4 फीसदी ब्याज मिलता है.
ATM फ्री ऑफ कॉस्ट: SBI स्मॉल अकाउंट होल्डर को बेसिक रूपे ATM कम डेबिट कार्ड फ्री ऑफ कॉस्ट देता है. इस अकाउंट में कोई सालाना मेंटीनेंस फीस नहीं है. रेग्युलर सेविंग्स बैंक अकाउंट की तरह डिपॉजिट, बैंक या ATM से कैश विदड्रॉल, इंटरनेट बैंकिंग, फंड ट्रान्सफर, केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से आने वाले चेक को डिपॉजिट करने की सुविधा. ये सभी सर्विसेज फ्री हैं. अकांउट बंद करने पर चार्ज नहीं है.
ये हैं शर्तें:
>> एसबीआई के मुताबिक, इस अकाउंट में आप 50,000 रुपये से ज्यादा बैलेंस नहीं रख सकते हैं.
>> वहीं विदड्रॉल और ट्रान्सफर एक माह में 10,000 रुपए से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
>> एक वित्त वर्ष में 1 लाख रुपए से ज्यादा क्रेडिट नहीं होनी चाहिए.
>> अकाउंट में 50,000 रुपये से ज्यादा बैलेंस और 1 लाख रुपए से ज्यादा क्रेडिट होने पर KYC प्रक्रिया पूरी होने तक आप अकाउंट से ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते.
>> माह में 4 से ज्यादा विदड्रॉल नहीं किए जा सकते. इसमें अपने बैंक ATM या अन्य बैंक ATM से पैसे निकालना, इंटरनेट बैंकिंग, ब्रान्च से ट्रांजेक्शन, फंड ट्रान्सफर आदि भी शामिल हैं.