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आ गया Videomeet, फ्री में एक साथ 2000 लोग कर सकते हैं ऑनलाइन चै​ट; Zoom और JioMeet से भी दमदार!

कंपनी का कहना है कि पीएम मोदी ‘आत्मनिर्भर भारत’ का आह्वान किया और हमने यह ऐप बनाया. फीडबैक मिलने के आधार पर हम इसका एक पेड मॉडल भी डेवलप करेंगे.

जयपुर की IT कंपनी डेटा इंजेनियस ग्लोबल ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग ऐप ‘वीडियोमीट’ (Videomeet) विकसित किया है. कंपनी का दावा है कि इसके जरिए एक साथ 2,000 लोग ऑनलाइन बैठक कर सकते हैं. कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय दत्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इस एप के जरिये एक सेशन में लोगों के ऑनलाइन भाग लेने को लेकर कोई सीमा नहीं है क्योंकि यह यूजर्स के पास ‘बैंडविड्थ’ और ‘होस्टिंग’ की उपलब्ध सुविधा पर निर्भर करेगा. इस तरह देखा जाए तो यह ऐप जूम (Zoom) और जियोमीट (JioMeet) पर भी भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. आने वाले दिनों में यह वीडियो ऐप दूसरे ऐप को कड़ी टक्कर दे सकता है.

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया और हमने यह ऐप बनाया. इस ऐप के जरिए राजनीतिक रैली भी की जा सकती है. हालांकि, बड़ी क्षमता में लोगों की भागीदारी को लेकर उच्च क्षमता के सर्वर जैसे आईटी संसाधन की जरूरत होगी.’’ उन्होंने बताया कि 2000 लोगों तक की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेशन के लिहाज से जरूरी संसाधन लगाए गए हैं. यह सर्विस सभी के लिए फ्री है.

दत्ता ने कहा कि हमने इसे अभी शुरू किया है. बाजार की डिमांड के अनुसार इसमें अतिरिक्त आईटी रिर्सोस शामिल करेंगे और अतिरिक्त निवेश बढ़ाएंगे. फीडबैक मिलने के आधार पर हम इसका एक पेड मॉडल भी डेवलप करेंगे. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी मंत्रालय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एंड डेवलपमेंट चैलेंज में इस ऐप को शार्टलिस्ट किया है. मंत्रालय कंपनी को वीडियोमीट वि​कसित करने के लिए एक सर्टिफिकेट देगा.

दत्ता ने बताया कि हमने ऐप विकसित कर लिया है. हमें सरकार इसके लिए फंड की जरूरत नहीं है. इसलिए मंत्रालय केवल ऐड डेवलपमेंट के लिए एक ​सर्टिफिकेट देगा. उन्होंने बताया कि कुछ स्कूल ने ऐप के जरिए कक्षाएं चलानी भी शुरू कर दी है. इसके अलावा कुछ कॉरपोरेट भी अपनी मीटिंग के लिए इसे ट्राई कर रहे हैं.

यूज के आधार पर आएगा पेड मॉडल

दत्ता ने बताया कि ऐप कर पेड मॉडल यूजेज पर निर्भर करेगा. मुझे नहीं लगता कि एक मीटिंग में 100-500 से ज्यादा लोग होते हैं. हमारे पर इस तरह के लोड के लिए पर्याप्त क्षमता है. पेड मॉडल केवल तभी आएगा जग हमें अपना इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की जरूरत पड़ेगी. योजना के अनुसार, पेड मॉडल में भी हम सेशन के लिए कोई टाइमलाइन नहीं रख रहे हैं.

उन्होंने बताया कि इस ऐप को यूजर्स की निजता को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, इसलिए यह केवल यूजर से केवल दो परमिशन ‘टेक पिक्चर, और रिकॉर्ड आडियो एंड वीडियो’ लेता है. हमें किसी और परमिशन की जरूरत नहीं है. हम यूजर्स की प्राइवेसी का सम्मान करतके हैं और यूजर्स के डेटा की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है.

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