प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम को देश के नाम अपना संबोधन पेश करने वाले हैं. पीएम मोदी 30 जून को शाम 4 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. बता दें कि देश भर में एक तरफ जहां कोरोना वायरस के आंकड़े तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ गलवाना घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन के साथ तनाव बरकरार है. ऐसे में पीएम मोदी का मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन काफी अहम माना जा रहा है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए कोरोना से लेकर तूफान, टिड्डी हमले और लद्दाख में शहीद हुए जवानों का जिक्र किया था.
पीएम मोदी ने कहा था कि सैकड़ों आक्रांताओं ने देश पर हमला किया, लेकिन भारत इससे भव्य होकर सामने आया. वहीं, चीन का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने कहा था कि लद्दाख में भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है.
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है. अब हम अनलॉक के दौर में हैं. अनलॉक के इस वक्त में दो बातों पर ध्यान देने की जरूरत है. कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना एवं ताकत देना है.
बता दें कि दुनिया के कई देशों की तरह इस समय भारत भी कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है. दुनिया के देशों में कोरोना संक्रमण के मामले में भारत जहां चौथा देश हो गया है, तो वहीं यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़े 5 लाख 48 हजार 318 हो गए हैं. इनमें से 16,475 लोगों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है.
दूसरी तरफ चीन के साथ तनाव अभी भी बरकरार है, जिसे लेकर देश भर के अलग-अलग हिस्से में चीनी सामानों का बहिष्कार किया जा रहा है. इस बीच भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप पर बैन लगा दिया है. इन चीनी ऐपों पर प्रतिबंध की वजह निजता की सुरक्षा का मामला माना जा रहा है.