नई दिल्ली. सीमा पर तनाव के बीच केंद्र सरकार ने 59 चीनी ऐप्स को बैन (Chinese Apps Banned) करने का फैसला लिया है. जिन ऐप्स को सरकार ने बैन किया है, उसे शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप टिकटॉक से लेकर यूसी ब्राउजर, शेयरइट और कैमस्कैनर जैसे ऐप्स हैं. भारत में बड़े स्तर पर इन ऐप्स का इस्तेमाल किया जाता है. सरकार के इस फैसले से यह तो साफ हो गया है कि पूर्वी लद्दाख में बढ़ते तनाव के बीच चीन को सरकार ने एक संदेश दे दिया है.
सरकार ने कैसे चीनी ऐप्स पर बैन लगाया है?
केंद्र सरकार ने इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट, 2000 (IT Act, 2020) के सेक्शन 69A के तहत इन 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया है. इस सेक्शन में प्रावधान है कि केंद्र सरकार या अधिकृत अधिकारी को लगता है कि इससे देश की संप्रुभत, अखंडता या किसी प्रकार की सुरक्षा को खतरा है तो वो बैन लगा सकते हैं.
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट बालेन्दु शर्मा दाधीच ने इस बैन को लेकर कहा कि अगर सरकार ने नागरिकों और देश की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है तो उन्हें सेना और सरकार के फैसले का स्वागत करना चाहिए. संभव है कि सरकार सर्विस प्रोवाइडर्स से इस बारे में निर्देश जारी करे कि वो इन ऐप्स के इस्तेमाल पर रोक लगाएं.
यूजर्स के लिए ये ऐप्स कैसे बैन होंगे?
सरकार द्वारा इन ऐप्स के बैन करने के लिए जारी नोटिफिकेशन के बाद सर्विस प्रोवाइडर्स (Service Providers) को निर्देश जारी किए जा सकते हैं. ऐसे में संभव है कि यूजर्स को इन ऐप्स पर अगली बार एक्सेस करने से पहले मैसेज पॉप हो कि सरकार के अनुरोध के बाद इस ऐप को प्रतिबंधित कर दिया गया है. हालांकि, इस बात की संभावना है कि यह मैसेज के लिए उन्हीं ऐप के लिए हो जिन्हें इस्तेमाल करने के लिए एक्टिव इंटरनेट की जरूरत पड़ती है. लेकिन, ऐप स्टोर से इन ऐप को आगे अब डाउनलोड नहीं किया जा सकेगा. गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) और एप्पल ऐप स्टोर पर सरकार के आदेश की कॉपी मिलने के बाद इन ऐप्स को भारतीय यूजर्स के लिए हटा लिया जाएगा.
बैन का क्या असर होगा?
सरकार द्वारा बैन किए गए इन 59 ऐप्स में से भारत में कुछ बेहद ही पॉपलुर हैं. खासतौर से टिकटॉक. इस ऐप पर करीब 10 करोड़ एक्टिव यूजर्स अकेले भारत से ही हैं. इसके अलावा, कैमस्कैनर, शेयरइट, लाइकी, बिगो लाइव जैसे कुछ अन्य ऐप्स भी हैं, जो भारत में पॉपुलर हैं. ऐसे में अब सरकार के फैसले के बाद इन यूजर्स को दूसरे विकल्पों की तलाश करनी होगी.
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि इनमें से कुछ प्लेटफॉर्म्स पर इंडियन क्रिएटर्स है. ये ऐप ही उनकी इकलौती कमाई का जरिया हैं. ऐसे में इन लोगों के लिए परेशानियां खड़ी हो सकती हैं. चूंकि, इनमें से कुछ ऐप्स के ऑफिस भारत में भी हैं, जहां भारतीय लोग काम करते हैं. ऐसे लोगों की नौकरी पर भी खतरा मंडरा सकता है.
क्या हमेशा के लिए बैन हो जाएंगे ये ऐप?
पिछले साल ही कुछ दिनों के लिए भारत में टिकटॉक को बैन कर दिया गया था, लेकिन बहुत जल्द ही कोर्ट ने इस बैन को वापस ले लिया. लेकिन, इसपर सरकार ने द्वारा उठाया गया यह कदम बेहद सख्त है. ऐसे में यह देखना होगा कि क्या सरकार ने इन्हें हमेशा के लिए बैन किया है या नहीं. माना जा रहा है कि सरकार ने भारत में चीनी कंपनियों के बिजनेस को लेकर इस बैन से एक कड़ा संदेश दिया है.