चरखीदादरी. निजी स्कूलों (Private Schools) में पढ़ने वाले बच्चों की 10 जुलाई तक मासिक फीस नहीं मिली तो उनकी ऑनलाइन क्लासें (Online Classes) बंद कर दी जाएंगी. साथ ही ऐसे बच्चों का नाम भी स्कूल से काट दिया जाएगा. कोई अन्य दूसरा निजी स्कूल ऐसे बच्चों का दाखिला नहीं करेगा और अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी. यह निर्णय निजी स्कूल संचालकों की दादरी में हुई मीटिंग में लिया गया.
दादरी के एक निजी स्कूल में प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के जिला प्रधान इंद्रजीत फोगाट की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की मीटिंग का आयेाजन किया गया. इस बैठक में निजी स्कूल संचालकों ने अभिभावकों से बच्चों की ट्यूशन फीस देने का आग्रह किया. साथ ही सरकार से भी मांग की कि ऐसा आदेश जारी करें, ताकि बच्चों की ट्यूशन फीस समय पर मिल सके. उनका कहना है कि इसके बाद ही स्कूल संचालक लगातार हो रहे खर्च और टीचर की सैलरी समेत अन्य भुगतान कर सकेंगे.
फीस जमा नहीं करवाने वाले बच्चों की ऑनलाइन क्लासें बंद
निजी स्कूल के संचालकों ने कहा कि सरकार अगर निजी स्कूलों का सहयोग न करते हुए अभिभावकों को मासिक फीस जमा करवाने का स्पष्ट आदेश नहीं देती है तो सभी स्कूल मिलकर 10 जुलाई के बाद से फीस जमा न करवाने वाले बच्चों की ऑनलाइन क्लास पूरी तरह से
बंद कर देंगे.
इस अवधि तक यदि अभिभावक फीस जमा नहीं करवाते हैं, तो सभी स्कूल ऐसे बच्चों का सामूहिक रूप से विद्यालयों से नाम काट देंगे. निजी स्कूलों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि 10 जुलाई के बाद प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.