पुलिस वो वजह तलाश करने में लगी है, जिसकी वजह से सुशांत सिंह राजपूत ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. हालांकि बॉलीवुड में ऐसे अनगिनत किस्से हैं, जब वक्त-बेवक्त शोहरत की मौत हुई. कुछ ने नाकामी के आगे हार मान ली, तो कुछ कामयाबी और शोहरत को संभाल नहीं पाए. मगर सुशांत सिंह की मौत शोहरत की ऐसी तमाम मौतों से अलग है. अलग इसलिए कि सुशांत ना तो नाकाम हुए थे और ना ही दर्शकों ने उन्हें नकारा था. बस उनकी अपनी फिल्मी दुनिया ने ही शायद उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया.
एक इंटरव्यू में सुशांत सिंह राजपूत ने कहा था कि नेपोटिज़म यानी भाई भतीजावाद से लोगों को तब तक कोई दिक्कत नहीं जब तक नए लोगों को मौका मिल रहा है. क्योंकि ये आज के दौर में हर इंडस्ट्री की सच्चाई है. भले वो फिल्म हो, टीवी हो, मीडिया हो या बिज़नेस. लेकिन तब शायद सुशांत को ये नहीं पता रहा होगा कि रुपहले पर्दे की इस दुनिया में इसी नेपोटिज़्म का अगला शिकार वो बनने वाले हैं. और ये एहसास उन्हें तब हुआ, जब उन्हें फिल्में मिलना बंद हो गई. आलम ये था कि जब फिल्म सोन चिड़िया रिलीज़ होने वाली थी. तब सुशांत को दर्शकों के सामने फिल्म देखने के लिए गिड़गिड़ाना तक पड़ा था.
उस वक्त एक इंटरव्यू के दौरान सुशांत ने कहा था “अगर आप मेरी फिल्म देखने नहीं जाएंगी. तो ये मुझे बॉलिवुड से बाहर फेंक सकते हैं. मेरा कोई गॉड फादर नहीं है. मैंने आप लोगों को ही अपना गॉड और फादर बनाया है. प्लीज देखें अगर आप चाहते हैं कि मैं बॉलिवुड में सरवाइव करूं.”
ये सुशांत का दर्द था जो झलक गया. इससे अंदाज़ा लगाइये कि वो इस चमक-दमक भरी फिल्म इंडस्ट्री में खुद को कितना अकेला महसूस कर रहे थे. सुशांत की मौत पर बॉलिवुड से लेकर सोशल मीडिया तक में फिल्म इंडस्ट्री में चलने वाले नेपोटिजम और खेमेबाजी पर बहस शुरू कर दी है. सोशल मीडिया पर इस बहस में अब यशराज फिल्म्स, करण जौहर, एकता कपूर और सलमान खान जैसे स्टार्स के नामों की भी चर्चा हो रही है. सिर्फ चर्चा ही नहीं हो रही है बल्कि कई राज्यों में उनके खिलाफ दर्जनों की तादाद में एफआईआर भी दर्ज हो रही हैं.
लखनऊ में सुशांत की खुदकुशी के मामले में एफआईआर दर्ज कराने को लेकर सीजेएम कोर्ट में अर्जी दी गई है. हाईकोर्ट के एक वकील ने रिट दायर कर करण जौहर, एकता कपूर और सलमान खान, यहां तक की अमिताभ बच्चन के खिलाफ भी सुशांत को खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने की मांग की है. सिर्फ यूपी में ही नहीं, बल्कि बिहार में भी इन कलाकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग हुई है.
यूं तो कमाल आर खान यानी केआरके को इंडस्ट्री में कोई संजीदगी से लेता नहीं है. मगर उन्होंने चार महीने पहले ही एक ट्वीट किया था. जो इस वक्त चर्चा में है. जिसमें उन्होंने खुलासा किया था कि यशराज के साथ-साथ साजिद नाडियाडवाला, धर्मा प्रोडक्शन, टी-सीरीज और बालाजी ने सुशांत सिंह राजपूत को बैन कर दिया है. वहीं इस ट्वीट में ऐसा भी कहा गया है कि ये सब इसलिए किया गया ताकि सुशांत सिर्फ वेब सीरीज और टीवी तक ही सीमित रहें.
कुछ निर्देशक और प्रोड्यूसर ने सुशांत का साथ कभी नहीं छोड़ा और जिनमें शेखर कपूर शामिल हैं. जो अब भी उनके साथ काम करने को तैयार थे. सुशांत की खुदकुशी के बाद से शेखर कपूर सदमे मे हैं और उन्होंने अपना ये दर्द एक ट्विट के ज़रिए ज़ाहिर भी किया. जिसने हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. इस ट्वीट में शेखर कपूर ने लिखा “मुझे पता था कि तुम किस दर्द से गुजर रहे थे. मुझे उन लोगों की कहानी पता है जोकि तुम्हें नीचा दिखा रहे थे और तुम मेरे कंधे पर रोया करते थे. काश, उन बीते 6 महीनों में मैं तुम्हारे साथ होता. काश की तुमने मुझसे बात की होती. तुम्हारे साथ जो भी हुआ है वो उनका कर्मा है, तुम्हारा नहीं.”
यूं तो सुशांत सिंह राजपूत दिल की बात दिल में ही रखने के लिए जाने जाते थे. मगर एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि कोई भी उन्हें पार्टी में नहीं बुलाता है और लोग आज भी उन्हें एक परिवार के तौर पर एक्सेप्ट नहीं कर पाए है. जिसकी वजह से उन्हें हमेशा लेफ्ट आउट सा फील होता है. शायद फिल्म इंडस्ट्री की यही नज़रअंदाज़गी उन्हें अंदर ही अंदर खाए जा रही थी. जिसने उन्हें अपनी जान देने के लिए मजबूर कर दिया.