भारत और चीन के सैनिकों के बीच सोमवार को गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष में देश के 20 जवान शहीद हो गए. इस तनाव के बाद से देश में गुस्से का माहौल है और चीन को कड़ा जवाब देने की आवाज़ उठ रही है. चीन विवाद को लेकर चर्चा करने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें राजनीतिक दलों के अध्यक्ष शामिल होंगे.
इस बैठक में चीन को लेकर जारी विवाद और मौजूदा हालात पर चर्चा की जाएगी. बैठक शाम पांच बजे वर्चुअल तरीके से होगी. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार समेत कई दिग्गज नेता इस बैठक में हिस्सा लेंगे. लेकिन कुछ राजनीतिक दलों को न्योता नहीं मिला है, जिसके कारण विवाद भी हो रहा है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सर्वदलीय बैठक से पहले सभी प्रमुख पार्टियों के अध्यक्षों से फोन पर बात की और चर्चा की. इस बैठक में कुल 17 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं.
किन नेताओं का शामिल होना तय?
1. सोनिया गांधी
2. एमके स्टालिन
3. एन. चंद्रबाबू नायडू
4. जगन रेड्डी
5. शरद पवार
6. नीतीश कुमार
7. डी. राजा
8. सीताराम येचुरी
9. नवीन पटनायक
10. के. चंद्रशेखर राव
11. ममता बनर्जी
12. सुखबीर बादल
13. चिराग पासवान
14. उद्धव ठाकरे
15. अखिलेश यादव
16. हेमंत सोरेन
17. मायावती
कई राजनीतिक दलों को ना बुलाने से विवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से पहले ही विवाद हो गया है. आम आदमी पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया है कि उनके चार सांसद हैं, राज्यसभा में भी प्रतिनिधि हैं. ऐसे में उन्हें न्योता नहीं दिया गया है, दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल को भी न्योता नहीं मिला है ऐसे में तेजस्वी यादव ने भी सवाल खड़े किए हैं.
हालांकि, सूत्रों का ये भी कहना है कि जिन पार्टियों के लोकसभा में पांच से अधिक सांसद हैं, उन्हें इस बैठक में शामिल होने का न्योता दिया गया है. दूसरी ओर टीडीपी को चार सांसद होने के बावजूद न्योता मिला है.
आपको बता दें कि 15 जून की रात गलवान घाटी के पास जब भारतीय जवान चीनी सैनिकों का जायजा लेने पहुंचे तो घात लगाकर चीन ने हमला कर दिया. इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई और भारत के 20 जवान शहीद हो गए.
इस घटना के बाद से देश में गुस्सा है, राहुल गांधी-सोनिया गांधी समेत देश के कई विपक्षी नेताओं ने सरकार से स्पष्ट जवाब देने को कहा था.