कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कई स्थानों से क्लेम निपटान की सुविधा शुरू की है. इस मल्टी-लोकेशन क्लेम सेटेलमेंट फैसिलिटी से दावों के निपटान में तेजी आएगी. रिटायरमेंट फंड का प्रबंधन करने वाली संस्था ने क्लेम निपटान के लिए भौगोलिक क्षेत्राधिकार की मौजूदा व्यवस्था को बदल दिया है. श्रम मंत्रालय ने इस बारे में एक बयान जारी किया है. इसमें उसने कहा है कि इस सुविधा से ईपीएफओ कार्यालय देशभर में उसके किसी भी क्षेत्रीय कार्यालय से किए गए दावों का निपटान कर सकेगा.
बयान में कहा गया कि इस नई पहल के तहत भविष्य निधि, पेंशन फंड, आंशिक निकासी एवं अन्य दावों और दावा स्थानांतरण संबंधी सभी तरह के ऑनलाइन आवेदनों की अब प्रोसेसिंग कहीं से भी हो सकेगी. इससे दावों के भुगतान में लगने वाला समय कम हो जाएगा जिससे खाताधारकों को बड़ी सहूलियत होगी. रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना संकट ने ईपीएफओ के 135 क्षेत्रीय कार्यालयों में कामकाज को प्रभावित किया है. इसकी वजह से विभिन्न तरह के दावों का निपटान प्रभावित हुआ है.
कर्मचारी सीमित, दावे ज्यादा
मंत्रालय के अनुसार यह देखा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण मुंबई, ठाणे, हरियाणा और चेन्नई क्षेत्र में कई कार्यालय सीमित कर्मचारियों के साथ काम कर रहे हैं. जबकि दावों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. बयान में कहा गया कि इसके चलते इन कार्यालयों में लंबित दावों की संख्या काफी अधिक हो गई है. वहीं, उनके निपटान में देरी हो रही है. ऐसे में दावा निपटान से संबंधित काम को सभी कार्यालयों में समान रूप से बांट देने से देरी में कमी आएगी.
EPFO के 135 क्षेत्रीय कार्यालय
संगठन ने यह कदम अपने सदस्यों को सहूलियत देने के मकसद से उठाया है. EPFO अपने 135 क्षेत्रीय कार्यालयों के जरिए 65 लाख पेंशनर्स को पेंशन देता है. मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 के चलते बेशक उसके कामकाज पर असर पड़ा है. लेकिन, ईपीएफओ के अधिकारी और कर्मचारी रोजाना 80,000 से ज्यादा क्लेम निपटा रहे हैं. 1 अप्रैल से ऐसा किया जा रहा है.