नई दिल्ली. कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन (Lockdown) लगने पर आर्थिक संकट (Financial Crisis) से जूझ रहे लोगों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 महीने के लोन मोरेटोरियम की घोषणा की है. लोन मोरेटोरियम (Loan Moratorium) स्कीम में आपकी हर महीने जमा होने वाली किस्त (EMI) पर अस्थायी रोक लगा दी जाती है. हालांकि, इससे कर्ज पर कुल ब्याज (Interest) में वृद्धि हो जाती है. साथ ही लोन के भुगतान की अवधि में भी बढ़ोतरी हो जाती है. इससे आपके लोन चुकाने की क्षमता और क्रेडिट स्कोर (Credit Score) पर भी असर पड़ सकता है.
आप जब भी अपनी ईएमआई या क्रेडिट कार्ड पेमेंट का भुगतान करने में चूक करते हैं या सिर्फ मिनिमम पेमेंट करते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है. अगर आपने लोन मोरेटोरियम के लिए आवेदन किया है तो सामान्य तौर पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब नहीं होगा, लेकिन यहां भी छोटी सी गलती दिक्कत पैदा कर सकती है. एक्सपीरियन इंडिया (Experian India) के कंट्री हेड और एमडी सत्य कल्याणसुंदरम का कहना है कि जब भी आप लोन मोरेटोरियम के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक इस बारे में क्रेडिट ब्यूरो को सूचित करता है.
लोन मोरेटोरियम के लिए आवेदन करने के बाद आपको अपनी क्रेडिट रिपोर्ट के लिए ब्यूरो में आवेदन करना चाहिए. साथ ही आप पुष्टि करें कि आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई खराब असर न पड़े. बैंक से क्रेडिट ब्यूरो को मिले आंकडे में कोई गलती हो सकती है. ऐसे में आपको खुद अपने बैंक से कहकर क्रेडिट स्कोर में हुई गलती में सुधार करवाना होगा. अगर आपने दो लोन ले रखें हों और सिर्फ 1 के मोरेटोरियम के लिए आवेदन किया हो तो पता करें कि बैंक ने आपको सही लोन के लिए इनरोल किया है या नहीं. यहां बैंक की ओर से की गई गलती आपका क्रेडिट स्कोर खराब कर सकती है.
सत्य कल्याणसुंदरम के मुताबिक, ये सुनिश्चित करना कंज्यूमर की जिम्मेदारी है कि लोन मोरेटोरियम को आरबीआई की गाइडलाइन और बैंक के साथ हुए करार के तहत सही ढंग से लागू किया गया है या नहीं. ध्यान रहे कि मोरेटोरियम खुद नहीं मिलता है बल्कि इसके लिए आपको आवेदन करना होगा. क्रेडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ लोगों ने ये सोच कर ईएमआई रोक दिया कि मोरेटोरियम ऑटोमेटिक लागू हो जाएगा. कुछ ने ईएमआई रोकने के लिए अपने पैसे एक अकाउंट से निकालकर दूसरे अकाउंट में डाल दिए, जिससे उनके लिंक्ड अकाउंट से ईएमआई इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस के जरिये खुद न कट जाए.
क्रेडिट स्कोरिंग कंसल्टेंट पारिजात गर्ग का कहना है कि ऐसे में आपका लोन रिपेमेंट फेल माना जाएगा और क्रेडिट स्कोर खराब होगा. कुछ महीनों बाद आपका लोन अकाउंट बैंक के लिए एनपीए बन जाएगा. इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा और आपको कहीं से लोन मिलना मुश्किल हो जाएगा. मोरेटेरियम स्कीम को अगस्त तक बढ़ा दिया गया है. इसलिए अभी भी आप इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. अनपेड क्रेडिट कार्ड बिल, पिछले डिफाल्ट और खराब क्रेडिट स्कोर आपको लोन मोरेटोरियम के लिए अयोग्य बना सकते हैं.
आजकल काफी लोगों के पास एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होते हैं. इस समय लॉस और सैलरी कट की वजह से आप पर क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल का दबाव हो सकता है. क्रेडिट कार्ड का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल और समय से बिल का भुगतान न होने से आप पर ब्याज का बोझ बढ़ता जाएगा. इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर भी बुरा असर पड़ेगा. इस मुश्किल समय में अपनी बचत और इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल करना बेहतर विकल्प रहेगा. इसके अलावा आपको अपना क्रेडिट स्कोर सही रखने के लिए नए क्रेडिट कार्ड, ऑटो और पर्सनल लोन के लिए एक साथ अप्लाई नहीं करना चाहिए.