कोरोना वायरस (Coronavirus) के डर को देखते हुए अब अमेरिका की मैरीलैंड यूनिवर्सिटी अपर चेसापीक हेल्थ के डॉक्टर फहीम यूनुस ने ट्विटर के जरिए लोगों के हर सवाल के जवाब दिया है.
चीन (China) से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण का असर अब तेजी से आगे बढ़ रहा है. दुनिया (world) में जहां 76 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हैं वहीं भारत (India) में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 लाख को पार कर गई है. ऐसे में लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. लोग न केवल इसी महामारी का जल्द इलाज मिलने का इंतजार कर रहे हैं वहीं उनके मन में कोरोना क डर भी बैठ गया है.
लोगों के इसी डर को देखते हुए अब अमेरिका की मैरीलैंड यूनिवर्सिटी अपर चेसापीक हेल्थ के डॉक्टर फहीम यूनुस ने ट्विटर के जरिए लोगों के हर सवाल के जवाब दिया है. डॉ फहीम कहते हैं कि अगर लोग कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें तो घर पर ही वह कोरोना को हरा सकते हैं. यही नहीं उन्होंने कहा कि अगर कोई कोरोना से संक्रमित हे तो वह घर पर ही सही तरीके से रहने से 80-90% लोग ठीक हो सकता है.
कोरोना लक्षण दिखने पर कमरा और बाथरूम करें अलग
डॉ. फहीम ने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति को अपने अगर कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे तुरंत खुद को 14 दिन के लिए अलग कर लेना चाहिए. इस दौरान वह अलग कमरे में रहे, अगल बाथरूम का इस्तेमाल करे और उसके सारे बर्तन भी अगल ही होने चाहिए. अगर घर में एक ही कमरा है तो किसी मोटे पर्दे या फिर स्क्रीन से कमरे में बीच एक दीवार खींच दें. मरीज से कहें वह पर्दे के पीछे ही रहेगा. इसी के साथ अगर बाथरूम भी एक ही है तो सबसे पहले फेसमास्क पहनें और बाथरूम का इस्तेमाल करने के बाद जमीन को पूरी तरह से साफ करें. इस दौरान नेबुलाइजर और स्टीम को किसी से भी शेयर न करें.
दवा को लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं
बदलते मौसम के साथ कोरोना और सामान्य फ्लू में पहचान करना मुश्किल हो सकता है. इस लिए बुखार आने पर सिर्फ पेरासिटामोल या फिर आइबूप्रोफेन का ही इस्तेमाल करें. हो सके तो हर दिन अपने शरीर का तापमान, सांस की गति और बीपी नापें. अब मोबाइल पर भी ऐसे कई एप मौजूद हैं जो घर पर ही आपको इन सभी की जानकारी दे देते हैं. अगर ऑग्ज 90 के नीचे हो या बीपी 90 सिस्टोलिक के नीचे जाए तो डॉक्टर से बात करें. कोरोना महामारी के इस दौर में 60 से अधिक उम्र के लोगों को अपना काफी ख्याल रखने की जरूरत है.
अच्छा खाएं और अच्छी तरह से नींद लें
डॉ. फहीम ने बताते हैं कि अगर आप सेल्ट क्वारंटाइन में हैं तो ऐसा काम करने की कोशिश करें जिससे मन शांत हो और एंजायटी को कम करने में मदद मिले. कोरोना को हराने का सफर लंबा होता है. कई बार दो से तीन हफ्ते भी लग जाते हैं. ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है. इस दौरान अच्छा खाना खाएं, घर का खाना खाएं और अच्छे से सोएं. ये सभी चीजें इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होती हैं. इसके बाद भी अगर आपकी हालत में सुधार नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से बात करें या अस्पताल जाएं. ज्यादातर मामलों में मृत्यु की संभावना 1% से भी कम है.
दवाओं पर पैसा बर्बाद करने से बचें
डॉ. फहीम ने कहा है कि कोरोना को हराने का बस एक ही तरीका है कि आप अपने शरीर को साफ रखें और अपने आसपास की जगहों को भी साफ रखें. डॉ. फहीम ने Actemra/plasma/remdesivir जैसी दवाओं से बचने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि इस तरह की दवाएं केवल पैसे बर्बाद करेंगी. इसके साथ ही उन्होंने जड़ी-बूटियों से कोरोना के इलाज से भी दूर रहने को कहा है. उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसी कोई स्टडी नहीं हुई है, जिसमें जड़ी बूटी से कोरोना का इलाज संभव हुआ हो.