विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनिया में कोरोना का संकट गहराता जा रहा है. कुछ देशों में मामले कुछ कम हुए हैं, लेकिन ऐसे कई देश हैं जहां मामला बढ़ने का खतरा बरकरार है. ऐसे में न्यूयॉर्क टाइम्स ने महामारी के 511 विशेषज्ञों के बीच एक सर्वे किया है और ये जानने की कोशिश की है कि आने वाले दिनों में कोरोना के असर से उनकी जिंदगी कैसी होगी. हालांकि, इन महामारी विशेषज्ञों ने लोगों के लिए कोई गाइडलाइन नहीं जारी की है, बल्कि अपनी निजी जिंदगी के बारे में बताया है.
कुछ महामारी विशेषज्ञों ने तो अभी से डॉक्टर से मिलना और छोटे समूह में शामिल होना शुरू कर दिया है. लेकिन ज्यादातर महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक कोई वैक्सीन या ट्रीटमेंट नहीं आ जाता, वे बड़े कॉन्सर्ट, स्पोर्ट्स इवेंट, धार्मिक कार्यक्रम में नहीं जाना चाहेंगे. ट्रीटमेंट या वैक्सीन आने में एक साल का वक्त लग सकता है. कई विशेषज्ञों ने कहा कि वे अब कभी लोगों से गले नहीं मिलेंगे और हाथ भी नहीं मिलाएंगे.
कोरोना संकट के दौरान हर शख्स अलग-अलग परिस्थिति में रह रहा है. सबकी जोखिम लेने की क्षमता, उम्मीद अलग-अलग है. इस दौरान ये भी देखना जरूरी होता है कि टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट किस तरह हो रहा है. एक्सपर्ट्स ने कहा कि इन्हीं चीजों के आधार पर वे फैसले लेंगे.
60 फीसदी एक्सपर्ट ने कहा कि वे अत्यंत महत्वपूर्ण अप्वाइंटमेंट नहीं होने पर भी गर्मियों में डॉक्टर से मिलने जाएंगे. 29 फीसदी ने कहा कि ऐसी स्थिति में वे 3 से 12 महीने इंतजार करेंगे. 11 फीसदी ने कहा कि वे एक साल से अधिक वक्त तक रुकेंगे.
नजदीक की किसी जगह पर ड्राइव करके एक रात के लिए छुट्टी पर जाने के बारे में 56 फीसदी एक्सपर्ट ने कहा कि वे गर्मियों में ऐसा करना पसंद करेंगे. 26 फीसदी 3 से 12 महीने बाद ऐसा करेंगे और 18 फीसदी एक साल के बाद छोटे वैकेशन पर जाएंगे.
19 फीसदी एक्सपर्ट ने कहा कि वे सैलून जाकर बाल कटाने के लिए साल भर से अधिक इंतजार करेंगे. जबकि 39 फीसदी ने कहा कि वे 3 से 12 महीने तक रुकेंगे. 41 फीसदी ने गर्मियों में ही सैलून जाने की बात कही.
छोटी डिनर पार्टी को लेकर 46 फीसदी एक्सपर्ट ने कहा कि वे 3 से 12 महीने बाद ऐसा करेंगे. जबकि 32 फीसदी ने गर्मियों में ही छोटी डिनर पार्टी आयोजित करने की बात कही. लेकिन 21 फीसदी एक्सपर्ट एक साल तक रुकने के लिए तैयार दिखे.
वहीं, गर्मियों में सिर्फ 20 फीसदी एक्सपर्ट ने एयर ट्रैवल में रुचि दिखाई. 44 फीसदी एक्सपर्ट 3 से 12 महीने बाद एयर ट्रैवल करना पसंद करेंगे, जबकि 37 फीसदी तो एक साल से अधिक वक्त तक रुकना चाहेंगे.