नई दिल्ली: लॉकडाउन (Lockdown) में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए देशभर में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें (Shramik Special Train) चलाई जा रही हैं. ट्रेनों से अब तक लाखों मजदूर अपने घर पहुंच गए हैं. इस दौरान लल्लन नाम के पेंटर की खबर आपको हैरान कर देगी. परेशान लल्लन ने ट्रेन में जगह न मिलने पर खुद की कार खरीदकर ही घर के लिए निकल पड़ा.
गाजियाबाद का रहने वाला लल्लन अपने निकट स्थित एक रेलवे स्टेशन में श्रमिक स्पेशल ट्रेन में चढ़ने के लिए अपनी बारी का करीब 3-4 दिन तक इंतजार करता रहा. चौथे दिन लल्लन के सब्र का बांध टूट गया और वह सीधे एक बैंक जा पहुंचा. लल्लन ने 1.9 लाख रुपए की अपनी सारी बचत निकाल ली. इसके बाद वह सेकेंड हैंड कार डीलर के पास पहुंचा.
लल्लन ने 1.5 लाख रुपए से कार खरीदी और परिवार समेत गोरखपुर के लिए कभी वापसी न करने की कसम खाते हुए रवाना हुआ. गोरखपुर के पीपी गंज में कैथोलिया गांव के निवासी लल्लन ने कहा, ‘मैंने और मेरे परिवार ने कई बार कोशिश की बस या ट्रेन में जगह मिल जाए. लेकिन बस में काफी भीड़ रही. ऐसे में परिवार के संक्रमित होने का खतरा था, क्योंकि वह बस में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किये बिना ही यात्रा करते.’
उसने आगे कहा, ‘मुझे पता है कि मैंने सारी बचत लगा दी है, लेकिन कम से कम मेरा परिवार सुरक्षित है.’ लल्लन 29 मई को अपने परिवार के साथ कार में सवार होकर गाजियाबाद से रवाना हुआ और 14 घंटे की यात्रा करने के बाद अगले दिन गोरखपुर पहुंचा. जानकारी के मुताबिक, लल्लन फिलहाल क्वॉरंटाइन है और गोरखपुर में ही नौकरी मिलने की उम्मीद है.