नई दिल्ली. पोस्ट ऑफिस (Post Office) की छोटी बचत योजनाओं में बैंकों से ज्यादा ब्याज मिल रहा है. सरकार द्वारा छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती के बावजूद यह निवेश का सबसे बढ़िया और सुरक्षित विकल्प है. ब्याज दरों में कटौती के बावजूद बेटियों के लिए सबसे लोकप्रिय सरकारी स्कीम सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में अब भी अधिकतम जमा करके मेच्योरिटी पर करीब 64 लाख का फंड तैयार किया जा सकता है.
इतना मिल रहा ब्याज
सुकन्या समृद्धि योजना में अब ब्याज दर 7.6 फीसदी सालाना है. इस योजना में बच्चे के माता-पिता को केवल 14 साल तक निवेश करना होता है जबकि खाते की मैच्योरिटी अवधि 21 साल है. 14 साल के बाद बचे हुए 7 साल के दौरान 14 साल के क्लोजिंग बैलेंस पर 7.6 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलेगा. 21 साल बाद मेच्योरिटी पर पूरी रकम मिलेगी.
मौजूदा तिमाही के लिए SSY पर ब्याज दरें 7.6 फीसदी तय की गई हैं. मान लें अगर यह ब्याज दरें बरकरार रहती हैं और 14 साल तक आप 1.50 लाख रुपये सालाना निवेश करते हैं तो 14 साल में 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से यह रकम 37,98,225 रुपए होगी. इसके बाद 7 साल तक इस रकम पर 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा. 21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 63,42,589 रुपये होगी.
टैक्स छूट का फायदा
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत सालाना कम से कम 250 रुपए और अधिकतम 1.50 लाख रुपए जमा किया जा सकता है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है. अगर बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है और उसे पढ़ाई या उसकी शादी के लिए पैसों की जरूरत है तो आप जमा राशि की 50 फीसदी तक राशि निकाल सकते हैं.
भारत में डाकघर की योजनाओं पर आपको अपने 100 फीसदी निवेश पर सरकार की ओर से सुरक्षा की गारंटी दी जाती है. इस योजना में एक बार आपका ब्याज लॉक हो गया तो उसी हिसाब से ही आपको रिटर्न मिलेगा. दूसरी ओर बैंक में सिर्फ 5 लाख तक की जमा पर ही बीमा मिलता है. यानी अगर बैंक किसी वजह से डूब गया तो आपके सिर्फ 5 लाख रुपये ही सुरक्षित माने जाएंगे.