कोरोना की वजह से 2 चरणों में 40 दिन के पूर्ण लॉकडाउन के बाद जनजीवन को थोड़ी पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है. 14 दिनों के लॉकडाउन 3 में हर क्षेत्र में वहां की परिस्थितियों के अनुसार ढील दी जा रही है. इस बीच ऑरेंज और ग्रीन जोन पासपोर्ट सेवा शुरू कर दी गई है.
मार्च में देश कोे लॉकडाउन किए जाने के बाद ज्यादातर सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी, जिसमें पासपोर्ट सेवा भी शामिल है. लेकिन अब यह सेवा ग्रीन और ऑरेंज जोन में शुरू कर दी गई है. हालांकि यहां पर आने वाले लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने को कहा गया है.
विदेश मंत्रालय में सचिव संजय भट्टाचार्य ने ट्वीट कर जानकारी दी कि रेड जोन को छोड़कर ऑरेंज और ग्रीन जोन में पासपोर्ट सेवा फिर से शुरू कर दी गई है. कोरोना वॉरियर्स जनसेवा के लिए ड्यूटी पर हैं. सभी से अनुरोध है कि वे सामाजिक दूरी का पालन करें. साथ ही फेसमास्क लगाकर आएं और अपने हाथ को साफ-सुथरा रखें.
संजय भट्टाचार्य ने अपने ट्वीट में लोगों से गुजारिश करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई में अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें.
इस बीच दुनियाभर में जारी कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन की वजह से विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों को सरकार वापस लाने की तैयारी में जुट गई है. केंद्र सरकार ने पिछले दिनों विमान और नेवी के जहाजों के जरिए विदेश से भारतीयों को निकालने की मंजूरी दे दी. विदेश में फंसे भारतीयों को 7 मई से कई चरणों में लाया जाएगा.
कल यूएई से लौटेंगे भारतीय
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारतीयों को 7 मई को वापस लाया जाएगा. इसके लिए दो स्पेशल फ्लाइट्स की व्यवस्था की गई है. जानकारी के मुताबिक एक फ्लाइट अबू धाबी से कोच्चि जबकि दूसरी फ्लाइट दुबई से कोझिकोड को जाएगी.
नोटिफिकेशन के अनुसार इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को भुगतान करना होगा यानी यह सुविधा पेमेंट के आधार पर होगी. सारी औपचारिकताओं को पूरा करना होगा.
गृह मंत्रालय की ओर से इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप पर भी रजिस्ट्रेशन करना होगा और सभी की मेडिकल जांच की जाएगी. भारत आने के बाद उन्हें अस्पताल या क्वारनटीन सेंटर में 14 दिन के लिए भुगतान के आधार पर रखा जाएगा.