नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच एक बड़ी गाज भारतीय आईटी सेक्टर के पेशेवरों पर गिरने की संभावना है. विदेशों से अमेरिका आकर नौकरी करने वाले लोगों को वापस अपने देश लौटना पड़ सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिका में इमिग्रेशन को अस्थाई रूप से बंद करने के विशेष आदेश पर दस्तखत करेंगे. अमेरिका में भारत से गए आईटी सेक्टर के पेशेवर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.
ट्रंप ने सोमवार रात ट्वीट किया, ‘अदृश्य दुश्मन के हमले के मद्देनजर, साथ ही हमारे महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों को बचाने के लिए, मैं संयुक्त राष्ट्र में अस्थाई रूप से अप्रवासन को निलंबित करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा.. ट्रम्प के कार्यकारी आदेश का ब्यौरा फिलहाल सामने नहीं आया है. उन्होंने यह भी बताया कि वह इस आदेश पर कब हस्ताक्षर करेंगे.
ट्रंप ने अप्रवासन वीजा को निलंबित करने की बात की है, हालांकि गौरतलब है कि भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच लोकप्रिय एच-1बी वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है. चूंकि ट्रंप ने यह तर्क दिया है कि अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों की रक्षा करने की जरूरत है, ऐसे में गैर-अप्रवासी वीजा भी उनके निशाने पर आ सकता है.
कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिका में रिकॉर्ड संख्या में छंटनी हो रही है और पिछले सप्ताह 2.2 करोड़ अमेरिकी नागरिकों ने बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदन किया है.
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से 42,094 लोगों की मौत हो चुकी है और साढ़े सात लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं.