नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) की अवधि को 19 दिन बढ़ाने का फैसला किया है. इस तरह देश में लॉकडाउन को अब तीन मई तक बढ़ा दिया गया है. हालांकि इस बात के कयास पिछले कई दिनों से लगाए जा रहे थे कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाएगा. 11 अप्रैल को पीएम मोदी की जब सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत हुई थी तब अधिकतर राज्यों ने इसे दो सप्ताह बढ़ाने की सलाह दी थी. यानी अधिकांश राज्यों ने कहा था कि लॉकडाउन की अवधि को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने राज्यों की सलाह पर तो गौर किया लेकिन इसके साथ ही अपनी तरफ से तीन अतिरिक्त दिन का समय लेते हुए इसको तीन मई तक बढ़ाने का फैसला किया. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर अटकलों का दौर शुरू हो गया कि लॉकडाउन की मियाद 3 मई तक क्यों बढ़ाई गई?
आखिर ऐसा क्यों हुआ?
इस पर सोशल मीडिया पर कई यूजरों ने अपने कहा कि यदि लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक ही बढ़ाया जाता तो जब एक मई को इसको खोला जाता तो उस दिन शुक्रवार पड़ेगा और देश-दुनिया में मजदूर दिवस मनाया जाएगा. कई राज्यों में उस दिन मजदूर दिवस के कारण पब्लिक हॉलीडे होता है. उसके बाद दो और तीन मई को शनिवार एवं रविवार पड़ेंगे. यानी केंद्रीय कर्मचारियों समेत प्राइवेट सेक्टर में छुट्टी रहेगी. इस तरह लॉकडाउन खुलने के बावजूद इन तीन दिनों में ऑफिसों में छुट्टी जैसा माहौल रहता लेकिन इस बात की भी पूरी संभावना है कि इतने दिनों से घरों में बंद रहने के बाद लोग अचानक बाहर घूमने के लिए निकल पड़ते. लिहाजा एकदम से पब्लिक स्थलों पर भीड़-भाड़ हो जाती. सोशल डिस्टेंसिंग की मर्यादा भंग हो सकती है. ऐसे में दोबारा कोरोना की चेन शुरू होने का अंदेशा है. सरकार धीरे-धीरे ही ढील देने के मूड में है. लिहाजा पीएम मोदी ने लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने का फैसला किया.
पीएम मोदी का ऐलान
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा कि इस महामारी को परास्त करने के लिये यह जरूरी है. प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि राज्यों एवं विशेषज्ञों से चर्चा और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाने का फैसला किया गया है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन का वर्तमान चरण आज (14अप्रैल) समाप्त हो रहा था.
उन्होंने कहा, ‘‘ अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है.’’
मोदी ने कहा कि जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे, जो हॉट स्पॉट में नहीं होंगे, और जिनके हॉट स्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है. प्रधानमंत्री ने इस संबंध में राज्यों के साथ अपनी चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए. कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं.
मोदी ने कहा, ‘‘ 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा. इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं . उन्होंने कहा कि हमें अधिक संवेदनशील स्थानों (हॉट स्पॉट) को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी. जिन स्थानों के हॉट स्पॉट में बदलने की आशंका है, उन पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी. नए हॉटस्पॉट का बनना, हमारे लिए और चुनौती खड़ी करेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ हम धैर्य बनाकर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे.’’ मोदी ने लोगों से 7 विषयों पर सहयोग भी मांगा जिसमें बुजुर्गो का ध्यान रखने, गरीबों के प्रति संवेदनशील नजरिया अपनाना शामिल है.